प्रयागराज :रिपोर्ट विनोद कुमार मिश्रा :लालापुर क्षेत्र मे आवारा पशुओं की भरमार बढ़ती चली जा रही है| कम होना तो दूर की बात है जानवरों की वजह से रोड पर निकलना दुश्वार है| जो की चिंता का विषय है आए दिन कोई ना कोई चोटिल होते रहते हैं| वहीं सड़कों पर इनकी मौत आए दिन होती रहती है| आखिर इसका जिम्मेदार किसे माना जाए इसकी जिम्मेदारी पशु पालक की है या इसका उत्तर दायित्व सरकार का है| वैसे सरकार ने दर्जनों गांव में पशु बाड़ा बनवा दिया लेकिन वहां भी आवारा पशु टहल रहे हैं| क्षेत्र के दर्जनों गांवों में पशुओं के आतंक से सबसे ज्यादा परेशानियों का सामना गोइसरा घूरी गोवरा छतहरा बसहरा मानपुर आदि गांवों के किसान रात दिन धान की नर्सरी की रखवाली कर रहे हैं| इन किसानों का कहना है कि पशुओं के आतंक से कब तक निजात मिलेगी| वैसे ये पशु विदेश से तो आते नहीं है| बल्कि यह हमी आपके बीच से किसी के है| पशुपालक गायों का दोहन कर के दरवाजे के बाहर ढील देते हैं| जो रात में जाकर सड़कों पर बैठते हैं और किसी ना किसी वाहन का शिकार होते हैं| अक्सर सड़कों पर इन बेजुबान पशुओं की मौत होती रहती है| प्रशासन के द्वारा थोड़ी शक्ति बरतने की जरूरत है ऐसे पशुपालको के खिलाफ कारवाही होने लगे जो दूध तो खाते हैं पर अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन नहीं करते क्षेत्रीय लोगों का कहना है की सरकार ऐसे पशु पालको पर कार्य वाही चालू कर दे तो रोड पर पशुओं की मौत होना बंद हो जाए
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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