चित्रकूट के सुभाष चंद्र करवरिया ने प्रयागराज के एक एआरटीओ और उनके सहकर्मियों पर फर्जीवाड़ा कर गाड़ी ट्रांसफर करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है।
प्रयागराज चित्रकूट के सुभाष चंद्र करवरिया ने प्रयागराज के एक एआरटीओ और उनके सहकर्मियों पर फर्जीवाड़ा कर गाड़ी ट्रांसफर करने के आरोप में मुकदमा दर्ज कराया है। पुलिस ने उनकी शिकायत पर केस दर्ज नहीं किया तो पीड़ित ने कोर्ट के आदेश पर बारा निवासी शुभम द्विवेदी, एआरटीओ और आरटीओ कार्यालय के कर्मचारियों के खिलाफ धूमनगंज थाने में कूटरचना कर फर्जीवाड़ा करने का मुकदमा दर्ज कराया है। हालांकि एफआईआर में एआरटीओ और कर्मचारियों का नाम नहीं है।
एफआईआर के मुताबिक कर्वी, चित्रकूट निवासी सुभाष ने डंपर खरीदा था। उसने शुभम द्विवेदी को दो लाख 20 हजार रुपये किराये पर डंपर दिया था। कुछ दिनों के पश्चात शुभम ने उसके चालक को वापस भेज दिया। एक महीने के बाद 10 सितंबर 2021 को किराया मांगा तो पता चला कि शुभम ने डंपर अपने नाम पर ट्रांसफर करा लिया है। यह सुनकर सुभाष ने ऑनलाइन चेक किया तो पता चला कि डंपर अब भी शुभम के नाम से है। सुभाष ने 13 सितंबर 2021 को संभागीय परिवहन कार्यालय प्रयागराज में शिकायत की। यह भी बताया कि उसने न तो डंपर शुभम को बेचा है और न ही ट्रांसफर पेपर पर कोई हस्ताक्षर किया है। आरोप है कि तत्कालीन एआरटीओ और कर्मचारियों ने शुभम की मदद के लिए फर्जीवाड़ा में शामिल हुए। इससे उसे पांच लाख रुपये का नुकसान हुआ है। फर्जी हस्ताक्षर पर फर्जीवाड़ा करके डंपर शुभम के नाम पर ट्रांसफर किया गया है। इस मामले में धूमनगंज इंस्पेक्टर राजेश मौर्या ने बताया क साक्ष्यों के आधार पर जांच करके कार्रवाई की जाएगी।इनका कहना है
मैंने कुछ दिन पूर्व ही पदभार ग्रहण किया है। 2021 का मामला है, इसकी जांच कर कार्रवाई करेंगे।
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