जौनपुर योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार में यूं तो अपराधों की रोकथाम एवं अपराधियों पर प्रभावी नियंत्रण लगाने के समाचार आए दिन सुर्खियां बने रहते हैं सरकार द्वारा अपराध एवं अपराधियों के प्रति जीरो टॉलरेंस के नीति का दावा भी किया जा रहा है लेकिन सूत्र बताते हैं कि हकीकत और अफसाने का अंतर इतना बारीक है कि सामान्य भुक्तभोगी को यह अंतर समझ में नहीं आ पाता ।प्रकरण खुटहन थाना क्षेत्र लखने पुर गांव का है इसी गांव के रहने वाले आनंद शर्मा 22वर्ष पुत्र राम राज शर्मा को कुछ लोगों ने मिलकर 9 अगस्त को हत्या कर दिया। युवा पुत्र के हत्या की जानकारी होने पर वृद्ध पिता ने इसकी सूचना थाने पर दिया मृतक के परिजनों ने जवाहर पुत्र प्रहलाद, अजहर पुत्र इस्लाम, पेंटर पुत्र राम मूरत, तथा सभापति पुत्र राधेश्याम विश्वकर्मा को नामजद करते हुए थाना खुटहन में प्रार्थना पत्र दिया किंतु प्रकरण पर त्वरित कार्यवाही की बात तो दूर ,थाना प्रभारी ने प्राथमिकी दर्ज करना भी उचित नहीं समझा मृतक के शव का पोस्टमार्टम रिपोर्ट 18 अगस्त को आने के 12 दिन बाद 30 अगस्त को किसी प्रकार थाना प्रभारी ने प्राथमिकी दर्ज कर मामले की लीपापोती शुरू कर दी पीड़ित ने कई बार थाने पर संपर्क कर आरोपियों के विरुद्ध कार्यवाही के लिए निवेदन किया लेकिन पीड़ित की फरियाद थाने पर नहीं सुनी गई। मजबूर होकर भुक्तभोगी पिता ने डीआईजी वाराणसी को अपनी पीड़ा से अवगत कराया ,डीआईजी के हस्तक्षेप से विवेचना अधिकारी बदले गए लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला न्याय की आस लिए पीड़ित पिता ने डीएम से भी न्याय के लिए फरियाद किया किंतु यहां से भी उसे सिर्फ आश्वासन ही मिला ।चारों तरफ से निराश होकर एक वृद्ध बाप ने अपने युवा पुत्र के हत्यारों की गिरफ्तारी तथा मिलने वाले न्याय की आस लगभग छोड़ ही दिया है प्रकरण की सूचना पाकर कुछ स्व जातीय सामाजिक संगठनों ने पीड़ित पिता के साथ जिलाधिकारी से मुलाकात कर यह ज्ञापन दिया और जिलाधिकारी ने पुनः त्वरित कार्यवाही का आश्वासन दिया ।
प्रश्न उठता है की युवक की हत्या हो जाने के 45 दिन बाद भी यदि आरोपी गिरफ्तार नहीं किए जाते हैं उनको सलाखों के पीछे भेजने में पुलिस प्रशासन नाकाम रहती है तो ऐसी स्थिति में योगीराज में शोषित, वंचित तथा समाज के निचले पायदान पर बैठे लोगों को न्याय मिल पाना लगभग असंभव सा लगने लगा है ज्ञापन देने वालों में दिनेश शर्मा समसपुर, घनश्याम शर्मा अमेठी सुरेश शर्मा ,प्रकाश शर्मा तथा अनेक अन्य लोग उपस्थित थे
प्रश्न उठता है की युवक की हत्या हो जाने के 45 दिन बाद भी यदि आरोपी गिरफ्तार नहीं किए जाते हैं उनको सलाखों के पीछे भेजने में पुलिस प्रशासन नाकाम रहती है तो ऐसी स्थिति में योगीराज में शोषित, वंचित तथा समाज के निचले पायदान पर बैठे लोगों को न्याय मिल पाना लगभग असंभव सा लगने लगा है ज्ञापन देने वालों में दिनेश शर्मा समसपुर, घनश्याम शर्मा अमेठी सुरेश शर्मा ,प्रकाश शर्मा तथा अनेक अन्य लोग उपस्थित थे
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