जौनपुर :रिपोर्ट राजीव श्रीवास्तव :शाहगंज तहसील के अधिवक्ता आज भी न्यायिक कार्यो से विरत रहे और पूरे तहसील में भ्रमण करते हुए अपना विरोध प्रदर्शन किए जिसमें संघ के पदाधिकारियों व वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया अधिवक्ताओं का कहना है जब तक उन्हें न्याय नहीं मिल जाता तब तक वह तहसील प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन करते रहेंगे, जिसकी अगुवाई शाहगंज अधिवक्ता संघ के महामंत्री पुष्पकांत यादव द्वारा की गई गौरतलब हो कि अधिवक्ता संघ शाहगंज के महामंत्री द्वारा पहले ही अधिवक्ता के ऊपर मुकदमा दर्ज हो जाने से नाराज होकर अपने बयान में कहा गया है कि यदि प्रशासन द्वारा उन्हें मदद नहीं मिलती है और पीड़ित अधिवक्ता के तरफ से मुकदमा दर्ज नही होता है साथ ही में मामले का समाधान उच्चाधिकारियों द्वारा जल्द से जल्द नहीं निकलता है तो वे सोमवार को न्यायिक कार्यों से विरत रहते हुए सभी कार्यालयों में तालाबंदी करने का कार्य करेंगे ।आज शनिवार को सैकड़ों की संख्या में अधिवक्ताओं ने पूरे तहसील प्रांगड़ का भ्रमण करते हुए तहसील प्रशासन मुर्दाबाद के साथ एसडीएम के खिलाफ भी नारा लगाते हुए तहसील के मुख्य द्वार तक अपना विरोध प्रदर्शन किया। अधिवक्ताओं का कहना है कि वह प्रशासन से न्याय मांगते मांगते थक चुके हैं फिर भी उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है । जहां योगी सरकार निष्पक्ष न्याय की बात करती है तो वही शाहगंज तहसील प्रशासन द्वारा सरकार के निष्पक्ष न्याय नीति के मंसूबों पर पानी फेरते हुए दिख रही है । अधिवक्ता व लेखपाल दोनो पक्ष आमने-सामने हो जाने से फरियादियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय अधिवक्ताओ ने बताया की वे जब बीते एक दिन पूर्व महामंत्री के साथ कुछ अधिवक्ता उपजिलाधिकारी से मिलने पहुंचे तो उपजिलाधिकारी के बदले व्यवहार से अधिवक्ता आक्रोशित हो उठे उपजिलाअधिकारी नीतीश कुमार ने कहा लेखपाल से मारपीट होने का मतलब आप लोगों ने हमारे साथ मारपीट किया है जबकि अधिवक्ताओं द्वारा यह उम्मीद लगाया जा रहा था कि उपजिलाअधिकारी मामले को संज्ञान में लेते हुए फरियादियो के समस्याओं को ध्यान में रखते हुए कई दिनों से चल रहे मामले को जल्द से जल्द रफा-दफा करेंगे परंतु उपजिलाधिकारी के उदासीन रवैए से अधिवक्ता बिल्कुल निराश हो गए। अधिवक्ताओं ने यह भी आरोप लगाया की उप जिलाधिकारी द्वारा कोतवाल पर दबाव बनाया गया है कि वे अधिवक्ताओ के तरफ से मुकदमा दर्ज न करें। मामला जो भी हो यह तो जांच का विषय है पर इन दोनों के आमने सामने आ जाने से आम जनता सहित फरियादी पीस रहे है जो न्याय की आस लिए प्रतिदिन निराश होकर अपने घरों को लौट रहे है ।और जिले की प्रशासन व्यवस्था मौन साधे हुए हैं जबकि जिले की इतनी बड़ी तहसील में इतना सब कुछ हो रहा है तो जिले के आला अधिकारी मौन क्यों हैं यह भी अपने आप में एक बहुत बड़ा सवाल बनकर सामने आ रहा है। अब तो यह काल के गाल में ही है कि अधिकारियों द्वारा इस मामले की गंभीरता लेते हुए कब संज्ञान में लिया जाता है । विरोध प्रदर्शन में पूर्व अध्यक्ष राजदेव यादव महंत देव यादव रवि प्रकाश श्रीवास्तव,अरनाथ सिंह, ईश नारायन सिंह ,अरविंद यादव,आदर्श श्रीवास्तव,विशाल सिंह उर्फ विक्की, शिवम सिंह उर्फ सौरभ, सुधाकर प्रसाद शर्मा,कुंवर अनुराग सिंह राणा, मृत्युंजय कुमार सिंह, राजीव सिंह उर्फ डब्लू सिंह,रामसहाय यादव, मो सारिक, चंद्रेश कुमार, लक्ष्मी शंकर यादव,सहित सैकड़ों अधिवक्तागण मौजूद रहे।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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