जौनपुर शाहगंज ।मरीजों ने अर्बन हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर के स्टाफ पर अभद्रता का आरोप लगाया। मरीजों ने अस्पताल में जोरदार हंगामा करना शुरू कर दिया। हॉस्पिटल स्टाफ और मरीजों के बीच जमकर नोंकझोंक और कहासुनी हुई।मरीजों ने बताया कि हॉस्पिटल स्टाफ मरीजों से अभद्रता करता हैं। काफी देर कतार में लगने के बाद नंबर आता है, उसके बाद भी चिकित्सक मरीजों की सुनते नहीं हैं। मरीजों के साथ अभद्रता की जाती है। निशुल्क जांच कराने पहुंचे मरीजों ने अर्बन हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर शाहगंज के स्टाफ पर अभद्रता का आरोप लगाया। मरीजों ने अस्पताल में जोरदार हंगामा करना शुरू कर दिया। अस्पताल स्टाफ और मरीजों के बीच जमकर नोंकझोंक और कहासुनी हुई।मरीजों ने बताया कि हॉस्पिटल स्टाफ मरीजों से अभद्रता करता हैं। काफी देर कतार में लगने के बाद नंबर आता है, अर्बन हॉस्पिटल एण्ड ट्रामा सेंटर में मरीजों के साथ अक्सर अभद्रता की चर्चा होती रहती हैं। आपको बताते चलें कि शाहगंज नगर के एक वरिष्ठ चिकित्सक के द्वारा शाहगंज नगर से 4 किलोमीटर दूर अर्बन हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर में लीवर की निशुल्क जांच कराई जा रही है ,जो खुद फॉरवर्ड करते हैं। जिसके कारण मरीजों को 4 किलोमीटर दूर एकांत में स्थित अर्बन हॉस्पिटल एंड ट्रामा सेंटर मजडीहॉ जाना पड़ता है जहां पर निशुल्क लीवर जांच कराने के लिए नंबर लगाना पड़ता है।अस्पताल के स्टाफ अपने निजी हित एवं अपने नजदीकी संबंध वाले मरीजों को विशेष सुविधा प्रदान करने लगते हैं। दूसरों को नजरअंदाज करके सीधे जांच रुम में भेज देते हैं। और लंबे समय से कतार में खड़े मरीज इंतजार करते-करते अपने समय को भी बर्बाद करते हैं। जिसके कारण हॉस्पिटल के स्टाफ एवं मरीजों में आए दिन कहासुनी नोकझोंक सुनने को मिल रहा है।
दिन मंगलवार को कहां सुनी अस्पताल परिसर में अधिक बढ़ गई। बार-बार शिकायत करने के बावजूद ट्रामा सेंटर के चिकित्सक नजरअंदाज करते दिखाई पड़े। परंतु 12:30 बजे नोक झोंक अधिक बढ़ जाने के बाद
मरीज देख रहे डॉक्टर हिमांशु चित्रवंशी को भी बचाव के लिए आना पड़ा। तब जाकर मामला शांत हुआ। आपको बताते चलें कि जनपद जौनपुर में बिना पंजीकरण के अस्पताल चला रहे लोगों पर कड़ाई से जांच शुरू होने के बाद,मानक पूर्ण कर पंजीकरण के साथ अस्पताल संचालित कर रहे अस्पताल मालिको की चांदी आ गई है। जिसके कारण आए दिन कहीं ना कहीं से मरीजों के साथ अभद्रता , शोषण की खबर आती रहती हैं। अस्पताल प्रशासन एवं समिति इस तरह की घटनाओं से अनभिज्ञता जाहिर करते हैं ।परंतु इस तरह की छोटी नोकझोंक बड़ी नोकझोंक न बन जाए जिससे कोई अनहोनी ना हो जाए, इस पर ध्यान देना चाहिए।
रिपोर्ट डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
दिन मंगलवार को कहां सुनी अस्पताल परिसर में अधिक बढ़ गई। बार-बार शिकायत करने के बावजूद ट्रामा सेंटर के चिकित्सक नजरअंदाज करते दिखाई पड़े। परंतु 12:30 बजे नोक झोंक अधिक बढ़ जाने के बाद
मरीज देख रहे डॉक्टर हिमांशु चित्रवंशी को भी बचाव के लिए आना पड़ा। तब जाकर मामला शांत हुआ। आपको बताते चलें कि जनपद जौनपुर में बिना पंजीकरण के अस्पताल चला रहे लोगों पर कड़ाई से जांच शुरू होने के बाद,मानक पूर्ण कर पंजीकरण के साथ अस्पताल संचालित कर रहे अस्पताल मालिको की चांदी आ गई है। जिसके कारण आए दिन कहीं ना कहीं से मरीजों के साथ अभद्रता , शोषण की खबर आती रहती हैं। अस्पताल प्रशासन एवं समिति इस तरह की घटनाओं से अनभिज्ञता जाहिर करते हैं ।परंतु इस तरह की छोटी नोकझोंक बड़ी नोकझोंक न बन जाए जिससे कोई अनहोनी ना हो जाए, इस पर ध्यान देना चाहिए।
रिपोर्ट डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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