गाजीपुर: रिपोर्ट मोहम्मद कादिर:पुलिस अधीक्षक रोहन पी बोत्रे गाजीपुर के द्वारा अपराध एवं अपराधियों के विरूद्ध चलाए जा रहे अभियान के अंतर्गत पुलिस अधीक्षक नगर तथा क्षेत्राधिकारी नगर के कुशल पर्यवेक्षण में रविवार को महिला की हत्या के आरोपी विपुल यादव पुत्र सुभाष यादव निवासी ग्राम फॉक्सगंज थाना कोतवाली एवं अनिस यादव पुत्र इन्द्र मोहन यादव निवासी ग्राम हाथीखाना थाना कोतवाली को पुलिस टीम प्रभारी निरीक्षक तेज बहादुर सिंह प्रभारी निरीक्षक कोतवाली सदर उ0नि0 रामाश्रय राय स्वाट टीम प्रभारी मय हमराहियन उ0नि0 शिवकान्त मिश्रा मधुसूदन मिश्रा जितेन्द्र कुमार यादव नितेन्द्र कुमार द्वारा गिरफ्तार कर कत्ल एक अदद धारदार बाकी धाव बरामद किया गया। पूछताछ में अभियुक्त विपुल यादव ने बताया कि हम लोगों को महिला जानती पहचानती थी। मृतका किरण प्रजापति के घर से मृतका के पति पवन कुमार प्रजापति की उसके पिता सुभाष यादव के साथ गहरी दोस्ती थी। जिसके कारण पवन कुमार प्रजापति उसपर पूरा विश्वास करते थे और सगे भतीजे की तरह मानते थे। उनकी पत्नी किरन प्रजापति को सफेद रोग की बीमारी थी। जिस के इलाज के लिए पवन प्रजापति उसे जनपद मऊ बिहार एवं पंजाब जैसे दूर स्थानों पर इलाज के लिए भेजते थे जिसके कारण पवन प्रजापति का विपुल यादव के पति पूरा विश्वास हो गया था। जिससे वह उनके घर दिन एवं रात में जब भी आवश्यकता पड़ती थी तो पवन प्रजापति की उपस्थिति में विपुल यादव उनके घर आता जाता था और इसी विश्वास का फायदा उठाकर उनके घर 26 सितंबर को उनके ऐसे समय पर गया जब रोजाना की भांति उनके दोनों लड़के शुभम कुमार और सुधांशु कुमार सुबह करीब 7 से 7:30 बजे के बीच अपने-अपने स्कूल पढ़ने चले गए तो उसी का फायदा उठाकर विपुल यादव अपने मित्र अनीस यादव के साथ उनके घर में घुसकर उनके लाइसेंसी पिस्टल को निकालने लगे तब उनकी पत्नी किरन प्रजापति ने उसका विरोध किया कि ऐसा क्यों कर रहे हो तुम्हारे चाचा से बता दूंगी तो इसी बात पर विपुल यादव और उसके साथी अनीस यादव ने मिलकर किरन प्रजापति को धारदार बांकी धाव से हत्या कर हम लोग अपनी पहचान छिपाने के लिए वहां लगे सीसीटीवी कैमरे को तोड़कर डीवीआर लेकर फरार हो गये तथा हत्या में प्रयुक्त आला कत्ल तथा घटना के समय पहने हुए कपड़े जो खून से सने हुए थे उसको ले जाकर सुनसान स्थान पर छुपा दिए थे आज उनकी निशानदेही पर स्वाट टीम की संयुक्त टीम के साथ बरामद किया गया गिरफ्तार अभियुक्त गण ने पूछताछ में बताया है कि लूटी गई पिस्टल लाइसेंसी व डीवीआर होने के कारण हम लोगों ने अपने कपड़े जाने की वजह से गंगा नदी में फेंक दिया जिससे कोई ऐसा सबूत न मिल सके कि हम लोगों ने ही इस घटना को अंजाम दिया है। पुलिस टीम द्वारा घटना में प्रयुक्त आला कत्ल एवं घटना के समय अभियुक्त गण द्वारा पहने हुए खून से सने कपड़ों को बरामद कर उल्लेखनीय सफलता प्राप्त की गयी है। अभियुक्त गण उपरोक्त के विरुद्ध विधिक कार्यवाही पूर्ण करते हुए मा. न्यायालय के समझ प्रस्तुत किया जायेगा।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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