अल्हागंज/शाहजहांपुर क्षेत्र में मात्र दस प्रतिशत ही लगभग बारिश हुई है । मानसूनी बारिश न होने से क्षेत्र सूखाग्रस्त घोषित होना चाहिए था जिसका निरीक्षण संबंधित अधिकारियों द्वारा किया जाना था लेकिन ऐसा नहीं हो सका।
क्षेत्र में बरसात के मौसम में बादल यूं ही चकमा देते रहे। वहीं जब किसानों ने धान की फसल जैसे तैसे काफी मेहनत के बाद ब्याज पर पैसे लगाकर तैयार की । तो फूले हुए धान की फसल पर गुरूवार को बादल आफत बनकर तेज हवाओं के साथ बरस गए। जिसके कारण क्षेत्र में धान की फसल को काफ़ी नुकसान हुआ है। देरी से आए मानसून से हो रही बारिश किसानों को आए दिन नुकसान पहुंचाने लगी है। वर्तमान समय में किसानों ने आलू की फसल की भी तैयारी कर रखी । कोल्ड स्टोरेज से आलू कई दिनों से किसान निकाल रहे हैं। जानकारी के मुताबिक शाहजहांपुर सीमा के समीप हरदोई जिले की सीमा में कुछ किसानों ने आलू की फसल को लगाया भी है जिनको बारिश के कारण खराब होने का डर है। किसानों की निगाहें ईश्वर पर महरवानी की दुआएं मांग रही हैं।
क्षेत्र में बरसात के मौसम में बादल यूं ही चकमा देते रहे। वहीं जब किसानों ने धान की फसल जैसे तैसे काफी मेहनत के बाद ब्याज पर पैसे लगाकर तैयार की । तो फूले हुए धान की फसल पर गुरूवार को बादल आफत बनकर तेज हवाओं के साथ बरस गए। जिसके कारण क्षेत्र में धान की फसल को काफ़ी नुकसान हुआ है। देरी से आए मानसून से हो रही बारिश किसानों को आए दिन नुकसान पहुंचाने लगी है। वर्तमान समय में किसानों ने आलू की फसल की भी तैयारी कर रखी । कोल्ड स्टोरेज से आलू कई दिनों से किसान निकाल रहे हैं। जानकारी के मुताबिक शाहजहांपुर सीमा के समीप हरदोई जिले की सीमा में कुछ किसानों ने आलू की फसल को लगाया भी है जिनको बारिश के कारण खराब होने का डर है। किसानों की निगाहें ईश्वर पर महरवानी की दुआएं मांग रही हैं।
No comments:
Post a Comment