अम्बेडकरनगर।रिपोर्ट मोहम्मद अतीक :जनपद के ग्राम सभाओं में मनरेगा के तहत होने वाले कार्यो के निर्माण सामग्री की खरीद के लिए शासन स्तर से पैसा न मिल पाने के कारण 300 से अधिक ग्राम पंचायतों में बीते तीन माह से समय से मनरेगा से संचालित सभी निर्माण कार्य ठप पड़े हैं। जिससे ग्राम सभाओं में मजदूरों के लिए काम के लाले पड़े है। ग्राम प्रधानों का कहना है कि पहले जो काम करा दिया गया है, अभी उसी का भुगतान नही किया गया है। इस कारण जिस दुकान से समान ले रहे थे। वह दोबारा सामान नही दे रहे हैं। मनरेगा योजना के तहत कराए जाने वाले निर्माण कार्य के लिए शासन स्तर से सामग्री खरीद के लिए धनराशि उपलब्ध कराई जाती है। बीते तीन माह से निर्माण सामग्री की खरीद के लिए पैसा न मिलने के कारण कराए जा रहे निर्माण कार्य बीच में ही रोकना पड़ा। निर्माण कार्य के लिए पूर्व में खरीदी गई सामग्री का बकाया 4.17 करोड़ का भुगतान भी बजट जारी न होने से लंबित पड़ा है। इसकी वजह से सप्लायरों ने पुराना भुगतान चुकाए बिना नई निर्माण सामग्री देने से इंकार कर दिया है। ग्राम सभाओं में मनरेगा का काम बंद होने के कारण मजदूरों के सामने रोजी रोजगार का संकट हो गया है। मजदूरों का कहना है कि मनरेगा का काम होने से उन लोगो को रोजगार के लिए भटकना नही पड़ता है। काम न होने के कारण उनके सामने घर चलाना मुश्किल हो जाता है। लारपुर के ग्राम प्रधान अरविंद वर्मा ने बताया कि गांव में अमृत सरोवर का कार्य मनरेगा योजना के तहत चल रहा था। इसके निर्माण में इस्तेमाल हो रही तीन लाख से अधिक की राशि का बकाया चुकाना अभी बाकी है। उधार निर्माण सामग्री न मिल पाने से कार्य रोकना पड़ रहा है। मनरेगा उपायुक्त राजेन्द्र प्रसाद मिश्रा ने बताया कि मनरेगा के निर्माण कार्य के लिए सामग्री खरीद के पैसे के बकाया भुगतान के लिए शासन को पत्र लिखा गया है। बजट मिलते ही भुगतान कर दिया जाएगा
डीआरएस news24 नेटवर्क
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