प्रयागराज :रिपोर्ट विनोद मिश्रा:लालापुर दो माह के लम्बे अन्तराल के बाद यमुना पंप नहर पण्डुआ प्रतापपुर के चलने से बारा क्षेत्र के किसानों की बेसब्री और इंतजार की घड़ी खत्म हो गयी, सिल्ट सफाई के नाम पर अक्टूबर में नहर बंद हो जाने से किसानो ने बिना पलेवा के ही फसलों की बुवाई समय पर कर ली थी ,कुछ खेतो में पर्याप्त नमीं न होने से अभी तक सिचाई के आभाव में परती हैं।गेहूं के फसल के लिए पहला पानी महत्वपूर्ण होता है क्योंकि 20 दिन की जगह 40 दिन बीत जाने पर (नहर न चलने पर) गेहूँ के पैदावार में कमी आना स्वाभाविक है। शुरुआती फसल में जड़ो के विकास, तथा कल्ले का फुटान एवं पौधे की लम्बाई के विकास के लिए उपयुक्त समय पर पहला पानी अत्यन्त उपयोगी होता है। पहली सिंचाई का यह पानी फसल के लिए टानिक का काम करता है, तथा सिचाई के दूसरे दिन ही फसल की रंगत बदल जाती है।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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