जौनपुर उप गन्ना आयुक्त जिला गन्ना अधिकारी ने बताया कि वर्तमान पेराई सत्र 2022-23 में कृषकों को गन्ना पर्चियां केवल एस.एम.एस. के रूप में मोबाइल फोन पर प्रेषित की जा रही हैं किन्तु कुछ कृषकों को प्रेषित एस.एम.एस फेल हो रहे हैं इसलिए यह आवश्यक है कि ई.आर.पी. पर कृषकों का सही मोबाइल नम्बर पंजीकृत हो। इस हेतु उन्होंने गन्ना कृषकों से अपील की है कि वे ई.आर.पी. पर पंजीकृत अपने मोबाइल नम्बर की जांच कर लें, यदि नम्बर गलत है तो अपने गन्ना पर्यवेक्षक के माध्यम से अथवा ई-गन्ना ऐप पर स्वयं अपना सही मोबाइल नम्बर अपडेट कर लें।
इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुए जिला गन्ना अधिकारी, जौनपुर ने बताया कि एस.एम.एस. इनबॉक्स भरा होने, मोबाइल स्विच ऑफ होने, डी.एन.डी. ऐक्टिवेट होने या सही फोन नम्बर दर्ज न होने की स्थिति में एस.एम.एस. पर्ची का संदेश 24 घंटे के पश्चात स्वतः निरस्त हो जाता है जिसके कारण कुछ गन्ना किसानों को अपनी पर्ची की जानकारी नहीं प्राप्त हो रही है तथा उन्हें समय से गन्ना आपूर्ति करने में कठिनाई हो रही है। इस लिए सभी किसान भाई समय से अपनी पर्ची प्राप्त करने हेतु अपना मोबाइल इनबॉक्स खाली रखें, मोबाइल को चार्ज करके चालू दशा में रखें तथा डी.एन.डी. को ऐक्टिवेट न करें ताकि सर्वर द्वारा प्रेषित पर्ची उनके मोबाइल पर उन्हें रियल टाइम में प्राप्त हो जाय। पर्ची निर्गमन की वर्तमान व्यवस्था पूर्णतया पारदर्शी है। किसान के मोबाइल नम्बर पर एस.एम.एस. पर्ची भेजे जाने से किसान को तत्काल पर्ची प्राप्त होती है और समय से पर्ची प्राप्त होने के कारण ताजा गन्ना मिल को आपूर्ति होता है जिससे किसान के गन्ने की सूख से होने वाली हानि से भी बचत होती है।
इस सम्बन्ध में विस्तृत जानकारी देते हुए जिला गन्ना अधिकारी, जौनपुर ने बताया कि एस.एम.एस. इनबॉक्स भरा होने, मोबाइल स्विच ऑफ होने, डी.एन.डी. ऐक्टिवेट होने या सही फोन नम्बर दर्ज न होने की स्थिति में एस.एम.एस. पर्ची का संदेश 24 घंटे के पश्चात स्वतः निरस्त हो जाता है जिसके कारण कुछ गन्ना किसानों को अपनी पर्ची की जानकारी नहीं प्राप्त हो रही है तथा उन्हें समय से गन्ना आपूर्ति करने में कठिनाई हो रही है। इस लिए सभी किसान भाई समय से अपनी पर्ची प्राप्त करने हेतु अपना मोबाइल इनबॉक्स खाली रखें, मोबाइल को चार्ज करके चालू दशा में रखें तथा डी.एन.डी. को ऐक्टिवेट न करें ताकि सर्वर द्वारा प्रेषित पर्ची उनके मोबाइल पर उन्हें रियल टाइम में प्राप्त हो जाय। पर्ची निर्गमन की वर्तमान व्यवस्था पूर्णतया पारदर्शी है। किसान के मोबाइल नम्बर पर एस.एम.एस. पर्ची भेजे जाने से किसान को तत्काल पर्ची प्राप्त होती है और समय से पर्ची प्राप्त होने के कारण ताजा गन्ना मिल को आपूर्ति होता है जिससे किसान के गन्ने की सूख से होने वाली हानि से भी बचत होती है।
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