पुलिस टीम को मिली बडी कामयाबी 48 घन्टे के अन्दर निर्मम हत्या का खुलासा - DRS NEWS24 LIVE

Breaking

Post Top Ad

पुलिस टीम को मिली बडी कामयाबी 48 घन्टे के अन्दर निर्मम हत्या का खुलासा

#DRS NEWS 24Live
सगे तहेरे भाईयों ने दूसरों को फंसाने के उद्देश्य से की थी हत्या, आलाकत्ल एक नुकीली सरिया,कपडो की जली हुई राख सहित अवैध तमंचा व कारतूस बरामद
शाहजहांपुर: रिपोर्ट राम आसरे वर्मा :नन्हे  सिंह पुत्र दलेल सिंह का छोटा पुत्र उत्तम सिंह प्रातः 09.00 बजे के बाद घर से अचानक गायब हो गया । उस दिन नन्हे सिंह के परिवार के सभी पुरुष जलालाबाद अपने रिश्तेदारी मे किसी की मृत्यु होने पर चले गये थे, शाम को वापस आने पर नन्हे को उनका पुत्र उत्तम घर पर नही मिला तो उनके द्वारा गाँव वालो तथा अपने परिवार के अन्य सदस्यों के सहयोग से अपने लडके उत्तम सिंह उम्र 07 वर्ष की तलाश की गयी किन्तु वह नही मिला, अगले दिन दिनांक 19.02.2023 को प्रातः नन्हे सिंह द्वारा थाना पर अपने पुत्र उत्तम के घर से गायब होने के सम्बन्ध में थाना कांट मे मुकदमा पंजीकृत कराया गया।
बही गायब हुये बच्चे का शव गेहूँ के खेत में मिलने की सूचना प्राप्त होने पर एस0 आनन्द वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शाहजहाँपुर सहित पुलिस अधीक्षक नगर, क्षेत्राधिकारी सदर एवं थाना काँट पुलिस व एस0ओ0जी टीम तत्काल मौके पर पहुँची एवं घटना स्थल का निरीक्षण किया गया,
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक शाहजहाँपुर द्वारा एस0ओ0जी, थाना काँट एवं सर्विलांस की संयुक्त पुलिस टीमों का गठन करते हुये हुये बच्चे की निर्मम हत्या का खुलासा करने हेतु कडे दिशा निर्देश दिये गये ।
एस0 आनन्द वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक के कुशल निर्देशन व सुधीर जायसवाल पुलिस अधीक्षक नगर एवं अमित चौरसिया क्षेत्राधिकारी सदर के कुशल पर्यवेक्षण मे गठित टीमों द्वारा अथक व सक्रिय प्रयास से सम्बन्धित मृतक बच्चे उत्तम सिंह पुत्र नन्हे सिंह निवासी ग्राम मीरवैश्यपुर थाना कांट जनपद शाहजहाँपुर की हत्या का 48 घण्टे के भीतर सफल अनावरण करते हुए प्रशान्त पुत्र छोटे,पंकज पुत्र उदयभान निवासीगण ग्राम मीरवैश्यपुर को तमंचा कारतूस तथा आलाकत्ल सरिया सहित गिरफ्तार किया गया ।
तथा पंजीकृत मुकदमे मे अभियुक्तगण के विरुद्ध बढ़ोत्तरी कर न्यायालय के लिए रवाना किया जा रहा है।
पुलिस पूछताछ मे अभियुक्त प्रशान्त ने बताया कि अपनी दुशमनी निकालने के चक्कर मे अपने ही चचेरे भाई उत्तम की हत्या की है गांव की एक लडकी से तीन साल पहले दोस्ती हो गयी थी । जिससे मेरा मिलना जुलना था ।  मैने उसे एक मोबाइल भी खरीद कर दिया था । विवाद होने के बाद मैने उससे अपना फोन वापस ले लिया तो वह मुझ से झगडा करने लगी । वह अपने ननिहाल (मेरे गांव ) मे अपने मामा के पास रहती है । इनके मामा लोगो ने मेरी शिकायत की थी और पैसा लेकर सुलह समझौता किया । फिर उसके मामा लोगो ने अपने भूसे मे खुद ही आग लगा दिया और आरोप मेरे ऊपर लगा दिया तो मुझे फिर तीस हजार रूपये देने पडे । पूछताछ पर बताया कि लडकी के मामा लोग उसके परिवार से रंजिश मानते है चूंकि लडकी ने प्रशान्त को बलात्कार मे फंसाने की बात की तो प्रशान्त डर गया और अपने चचेरे भाई पंकज के साथ मिलकर उस लडकी और उसके मामा लोगो को जेल भिजवाने की योजना बनाने लगा । प्रशान्त ने पंकज के साथ मिल कर यह प्लान बनाया कि किसी लडके की हत्या कर के इन लोगो को फसा दिया जाये । मृतक उत्तम के पिता नन्हे बहुत सीधे साधे है जो कि प्रशान्त की बात पर अन्धा विश्वास करते है । जो प्रशान्त कहता है वो बात नन्हे मान लेता है प्रशान्त ने नन्हे की सीधाई व सराफत का फायदा उठाया और सोचा कि अगर वह नन्हे के लडके उत्तम को मारेगा तो अपने विपक्षीगण को आसानी से फँसा देगा । इसी योजना के तहत प्रशान्त ने सोचा कि इनके लडके को मारेगें तो हम जिसको चाहेगें उसको फसवा देगें यदि किसी और को मारेगें तो वह अपने विरोधियो को नही फसा पायेगे । प्रशान्त अत्यन्त शातिर व मास्टरमाइण्ड किस्म का व्यक्ति है जो कि पढा लिखा नही है । शिवरात्री के दिन दिनाक 18.2.2023 को मृतक के पिता चाचा व परिवार के अन्य लोग जलालाबाद मे रिस्तेदारी मे मिट्टी मे गये थे तो प्रशान्त ने पंकज को बुला कर बात किया और चाचा के सात वर्षीय लडके उत्तम को बुलाया और पचास रूपये दिया और राजगुटखा लाने को भेजा तथा उसे कहा कि दस रूपये मे तुम कुरकुरे भुजिया खा लेना और उसे नाले के पास गन्ने के खेत के पास बुलाया । गन्ने का खेत गांव से लगभग एक किमी दूर नाले के किनारे सुनसान जगह पर है और वहाँ पर बहुत कम लोगो का आना जाना रहता है । उत्तम प्रशान्त को भाई मानकर उसपर विश्वास करता है । इस लिये उसके पास चला गया । उसको गुटखा नही मिला तो पैसा लौटा दिया । इसके बाद प्रशान्त और पंकज ने शाम तक अंधेरा होने तक उसको वही पर गन्ना चुसने और इधर उधर की बातो मे उलझाये रखा बीच बीच मे जब वह घर जाने की बात करता तो उसको तमंचे से डरा धमका कर वह लोग उसे चुप करा देते थे । जैसे ही अंधेरा हुआ वैसे उसको दोनो लोग खीच कर नाले मे ले गये और टांट के बोरे के ऊपर पटक कर नुकीली सरिया से उसके गर्दन व पेट तथा गुप्तांग पर कई वार कर हत्या कर दी । जब अंधेरा हो गया तो दोनो ने उसी बोरे मे लपेट कर अंधेरे मे उसकी लाश को ले जाकर गेहूँ के खेत मे डाल दिया तथा किसी को शक न हो इसलिये वह दोनो उत्तम को तलाशने मे गांव वालो के साथ लगे रहे । प्रशान्त के पास कोई फोन नही आया था फिर भी उसने अगले दिन अपने चाचा से झूठ बोलकर यह कहा कि उसके फोन पर दो नम्बरो से कॉल आयी है और फोन करने वाले ने यह कहा कि उत्तम को उसकी प्रेमिका(लडकी) के मामा लोग ले गये है और खुद लगातार अपने चाचा और चाची को गुमराह करने मे लगा रहा सूचना मुखबिरी तथा सर्विलांश के आधार पर ज्ञात हुआ कि प्रशान्त के फोन पर कोई फोन नही आया था । उसके मोबाइल को चैक किया गया तो उसमे कई आपत्तिजनक एप , चैटिंग, एप्लिकेशन, फोटो , डाउण्लोड और हटायी गयी थी व कुछ नम्बरो की स्क्रीनशोट लिये गये थे । पुलिस द्वारा कार्यवाही के दौरान भी पंकज और प्रशान्त लगातार चोरी छिपे बाते सुनने का प्रयास करते रहते थे जिससे शक गहरा होता गया ।
दिनांक 21.02.2023 को सर्विलांस व मुखबिरी के आधार पर मीरवैश्यपुर मदनापुर रोड के पास से पंकज और प्रशांत को गिरफ्तार किया गया । प्रशांत के कब्जे से 315 बोर तमंचा कारतूस बरामद हुआ । यह दोनो इतने शातिर है । कि हत्या करने के बाद दोनो अलग अलग दिशाओं मे चले गये । पंकज घटना मे प्रयुक्त बोरा तथा मृतक की एक चप्पल को मरघट पर डाल दिया ताकि पुलिस और लोगो को तांत्रिक क्रिया का शक हो घटना को तंत्र क्रिया का रुप देने के लिये ही नुकीली सरिया से उत्तम के शरीर व गुप्तांग पर सात आठ गहरे घांव किये गये और दाँत भी तोड दिया गया इसके अलावा प्रशान्त घटना मे प्रयुक्त सरिया को अकेले ले जाकर गैंहू के खेत मे छिपा आया और दोनो ने योजना बनायी कि अगर पुलिस पकडे तो दोनो ही अलग अलग झूठा बयान दें ताकि पकडे न जा सकें और वह लोग बच जायें । पुलिस द्वारा पकडे जाने पर प्रारम्भ मे दोनो लोग विरोधाभासी बयान देते रहे और बेगुनाह लोगो का नाम लेकर गुमराह करने की कोशिश करते रहें।
उल्लेखनीय है कि प्रशान्त के विरोधी को बच्चे नही हो रहे थे तथा हाल ही मे एक लडका एक लडकी हुई है जो कि अस्पताल मे भर्ती है प्रशान्त यही साबित करना चाहता था कि उसके विरोधी ने तंत्र क्रिया के लिये बच्चे को मारा है । और दाँत तोडे है तथा शरीर व गुप्तांगो पर गहरे घाव दिये है । किन्तु पुलिस द्वारा गहरायी से सक्रिय व अथक प्रयास करते हुए घटना का सही खुलासा किया गया।
बहीं शाहजहांपुर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा घटना का अनावरण करने वाली पुलिस टीम को 25000/- रूपये का ईनाम देने की घोषण की गयी।
इस मौके पर शाहजहांपुर एस0ओ0जी प्रभारी उ0नि0 रोहित सिंह,कां. शिवम सिंह सर्विलांस सेल,एसओजी हे.कां. राजाराम पाल,सुशील शर्मा,कां.प्रभात चौधरी,कांट थानाध्यक्ष जयशंकर सिहं, उ.नि.देशपाल सिंह , राजकुमार सिंह ,मोहब्बत अली
हे.कां. आमिर हसन ,हे.का. विजय प्रताप सिंह.हे.का.धीरज सिंह,कां.अवधेश,शुभम सिंह  ,विक्रान्त मलिक, जसवीर राणा, सचिन सिंह, दीपान्शु बडगोती मौजूद रहे।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क

No comments:

Post a Comment