प्रयागराज :रिपोर्ट अखिलेश यादव:संगम नगरी में कवियों का संगम कविताओं और गीतों से त्रिवेणी किनारा गूंज उठा ग्रामीण और शहरी सभी अंचलों के कवियों ने एक से बढ़कर एक रचनाओं की प्रस्तुति दी
कार्यक्रम की अध्यक्षता लोकगीत हास्य व्यंग कवि रामलोचन सांवरिया जी द्वारा गंगा जमुना सरस्वती का संगम सुखदाई है सारी दुनिया की जनता इस प्रयागराज में आई है को सुन उपस्थित सभी श्रोता जन हुए भाव विभोर सबरेज इलाहाबादी ने कभी मौका मिला तो घूमने संगम भी जाते हैं गुसूल करके त्रिवेणी में बजी हम बनाते हैं लखन प्रतापगढ़ी द्वारा हास्य व्यंग की पत्तियों से इस प्रकार रही बुढ़वा जवान लागे लडिका सयान लागे वेदानंद वेद ने अपनी पंक्तियों में नाम की महिमा के महत्व को बताया नामइ नाम सुमिर के दुनिया उतरती बा भवसागर पार कभी राजेंद्र कुमार शुक्ल ने संचालन करते हुए गांव की महत्ता को बताया गांव के कल्याण में छिपा राष्ट्र कल्याण शहरहैमाहक पिंजरा गांव है सुगना प्राण डॉक्टर साधना श्रीवास्तव द्वारा शिक्षा पर महत्व देते हुए आपकी पंक्तियां इस प्रकार रही कभी किसी का दिल ना दुखाओ अपने आसपास की लड़की को जरूर पढ़ाओ क्षमा द्रिवेदी द्वारापंक्तियां निकल स्वर्ग से यह चली आ रही है गंगा गीतने सबको भाव विभोर किया उमेश पटेल ने अपनी पंक्तियां इस प्रकार बयां की साधन सुलभ शहर की बस्ती से उभरा संकीर्ण विचारलोक गायक कवि ईश्वर चंद्र हलचल द्वारा खादी एवं गंगा मैया पर अपने विचार प्रकट करते हुए अध्यात्म पर प्रकाश डाला एवं गंगा मैया की महिमा बखान की दिनेश चंद्र वाराणसी प्रयागराज अध्यक्ष एवं जेपी श्रीवास्तव खादी अधिकारी उमेश यादव अधि उत्साहवर्धन करते हुएअतिथियों एवम् कवियों के प्रति आभार जताया कवि सम्मेलन कार्यक्रम का संयोजन सांवरिया लोक सांस्कृतिक सामाजिक संस्थान द्वारा किया आया
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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