सीतापुर।:रिपोर्ट राकेश पाण्डेय: जनपद के विकासखण्ड कसमंडा में जिलाधिकारी के आने की भनक लगने से ही सफाई का ताबड़ तोड़ अभियान चलाया गया।
देख कर ऐसा लगता था कि ब्लॉक परिसर में बरसों से साफ सफाई नहीं हुई है कूड़ा प्रबंधन के नाम पर ब्लॉक परिसर में ही जिम्मेदारों ने कूड़े के ढेरों को आग के हवाले कर दिया। कूड़ा ढेरों में आग लगते ही पूरा ब्लॉक परिसर धुआं धुआं दिखाई देने लगा। वहां पर पहुंची मीडिया द्वारा फोटो वीडियो बनाने के बाद अधिकारियों ने आग पर पानी डलवा कर आग को शांत करा दिया। जबकि सरकार द्वारा स्वच्छ भारत मिशन के तहत दर्जनों योजनाएं एवं ग्रामीण स्तर पर लोगों को जागरूक करने के लिए गांव गांव में प्रशिक्षण दिए जा रहे।
सूखा कचरा एवं गीला कचरा को अलग-अलग निस्तारित करने का नियम बताया जाता है कूड़े को जलाना दंडनीय अपराध माना जाता है फिर भी जिम्मेदारों ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत दायित्वों को पलीता लगा दिया। इतना ही नहीं आखिर ऐसा क्या मामला था?
ब्लॉक परिसर में बरसों से पड़े खराब फ्रीजर को भी तुरंत मिस्त्री के द्वारा सही करवाया गया एवं ब्लाक परिसर में पुताई स्लोगन आदि व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने में अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए।हमेशा ब्लॉक मुख्यालय की शोभा बढ़ाने वाले सचिव भी फील्ड पर दौड़ लगाते नजर आए। जबकि वास्तविकता यह है कि कोई भी सचिव फील्ड पर ना जाकर ब्लॉक परिसर में अपने व्यक्तिगत बनाए गए कार्यालय में ही मंचासीन रहते हैं।
दैनिक राष्ट्रसाक्षी
सूखा कचरा एवं गीला कचरा को अलग-अलग निस्तारित करने का नियम बताया जाता है कूड़े को जलाना दंडनीय अपराध माना जाता है फिर भी जिम्मेदारों ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत दायित्वों को पलीता लगा दिया। इतना ही नहीं आखिर ऐसा क्या मामला था?
ब्लॉक परिसर में बरसों से पड़े खराब फ्रीजर को भी तुरंत मिस्त्री के द्वारा सही करवाया गया एवं ब्लाक परिसर में पुताई स्लोगन आदि व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने में अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए।हमेशा ब्लॉक मुख्यालय की शोभा बढ़ाने वाले सचिव भी फील्ड पर दौड़ लगाते नजर आए। जबकि वास्तविकता यह है कि कोई भी सचिव फील्ड पर ना जाकर ब्लॉक परिसर में अपने व्यक्तिगत बनाए गए कार्यालय में ही मंचासीन रहते हैं।
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