निजी केन्द्रों पर भी नि:शुल्क जांच करा सकेंगी गर्भवती
सीतापुर। रिपोर्ट राकेश पाण्डेय:निजी जांच केन्द्रों पर ई- वाउचर से अब गर्भवती अपनी जांच करा सकती हैं। सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर अल्ट्रासाउंड व अन्य जांचों की सुविधा न होने पर गर्भवती को इन जांचों की सुविधा निजी जांच केंद्रों पर मिलेगी, और इसके लिए उन्हें कोई भी शुल्क भी नहीं देना होगा। इस नई व्यवस्था को पॉयलट प्रोजेक्ट के तौर पर जिले की लहरपुर और सिधौली सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चलाया गया। इस प्रयोग के सफल होने के बाद प्रदेश सरकार के निर्देश पर इस अनूठी व्यवस्था को पूरे प्रदेश में लागू किया जा रहा है।
सीतापुर। रिपोर्ट राकेश पाण्डेय:निजी जांच केन्द्रों पर ई- वाउचर से अब गर्भवती अपनी जांच करा सकती हैं। सरकारी स्वास्थ्य केंद्र पर अल्ट्रासाउंड व अन्य जांचों की सुविधा न होने पर गर्भवती को इन जांचों की सुविधा निजी जांच केंद्रों पर मिलेगी, और इसके लिए उन्हें कोई भी शुल्क भी नहीं देना होगा। इस नई व्यवस्था को पॉयलट प्रोजेक्ट के तौर पर जिले की लहरपुर और सिधौली सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चलाया गया। इस प्रयोग के सफल होने के बाद प्रदेश सरकार के निर्देश पर इस अनूठी व्यवस्था को पूरे प्रदेश में लागू किया जा रहा है।
जिले में उन्नीस ब्लॉक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र सहित जिला महिला चिकित्सालय है। हर साल करीब पांच हजार पांच सौ महिलाओं को प्रसव सम्बन्ध जांच करानी पड़ती है। अधिकांश स्वास्थ्य केन्द्रों पर अल्ट्रासाउंड मशीनें हैं, लेकिन कहीं मशीन खराब है, तो कहीं रेडियोलॉजिस्ट की तैनाती नहीं है। ऐसे में गर्भवती महिलाओं को निजी जांच केन्द्रों का सहारा लेना पड़ता है। इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एक नई कार्य योजना तैयार की है। इसके तहत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र आने वाली गर्भवती का पंजीयन किया जाएगा। किसी कारणवश वहां अल्ट्रासाउंड व अन्य जांच नहीं हो पा रही है तो उन्हें निजी जांच केंद्रों पर भेजा जाएगा। जांच का खर्च सरकार उठाएगी। इसके लिए आसपास मौजूद निजी डायग्नोसिस सेंटरों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र से सम्बद्ध किया जा रहा है। गर्भवती को जांच के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी ई-वाउचर देंगे। मोबाइल पर मिलने वाले इस ई-वाउचर को दिखाकर गर्भवती संबंधित निजी जांच केंद्रों पर जांच कराएगी। इस जांच का व्यय संबंधित सीएचसी द्वारा संबंधित जांच केंद्र को दिया जाएगा। ई-वाउचर व्यवस्था के ऑनलाइन भुगतान की प्रक्रिया के लिए स्वास्थ्य विभाग ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया से करार किया है। सिधौली और लहरपुर सीएचसी के बाद अब यह सुविधा जिले की अन्य सीएचसी पर भी इसी माह शुरू हो जाएगी।
ऑनलाइन पंजीकरण से बनेगी बात
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुजीत वर्मा ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को निजी जांच केन्द्रों पर मिलने वाली सुविधा ई-वाउचर को पहले पॉयलट प्रोजेक्ट के रूप में दो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चलाया गया। इसके सफल होने के बाद इसे अब पूरे जिले में लागू किया जा रहा है।
इस ई-वाउचर व्यवस्था से आशा कार्यकर्ताओं को भी जोड़ा जाएगा। ये कार्यकर्ता गांव की महिलाओं के नियमित सम्पर्क में रहती हैं। वह गर्भ धारण करते ही महिलाओं का ऑनलाइन पंजीकरण करती हैं। यही पंजीकरण उनके अल्ट्रासाउंड जांच में काम आएगा। निजी डायग्नोस्टिक सेंटर पर एक बार के अल्ट्रासाउंड पर एक हजार -बारह सौ रुपये खर्च होते हैं। चार से पांच जांच पर चार से छः हजार रुपए तक खर्च होते हैं। नई सुविधा से गर्भवती को बड़ी राहत मिलेगी।
ऑनलाइन पंजीकरण से बनेगी बात
राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के जिला कार्यक्रम प्रबंधक सुजीत वर्मा ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को निजी जांच केन्द्रों पर मिलने वाली सुविधा ई-वाउचर को पहले पॉयलट प्रोजेक्ट के रूप में दो सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर चलाया गया। इसके सफल होने के बाद इसे अब पूरे जिले में लागू किया जा रहा है।
इस ई-वाउचर व्यवस्था से आशा कार्यकर्ताओं को भी जोड़ा जाएगा। ये कार्यकर्ता गांव की महिलाओं के नियमित सम्पर्क में रहती हैं। वह गर्भ धारण करते ही महिलाओं का ऑनलाइन पंजीकरण करती हैं। यही पंजीकरण उनके अल्ट्रासाउंड जांच में काम आएगा। निजी डायग्नोस्टिक सेंटर पर एक बार के अल्ट्रासाउंड पर एक हजार -बारह सौ रुपये खर्च होते हैं। चार से पांच जांच पर चार से छः हजार रुपए तक खर्च होते हैं। नई सुविधा से गर्भवती को बड़ी राहत मिलेगी।
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