सुल्तानपुर :रिपोर्ट चंद्रजीत यादव:बिलवाई सिद्धपीठ भुवनेश्वरनाथ महादेव शिव मन्दिर बिलवाई धाम के प्रांगण में श्री राम चरित मानस सत्संग समिति द्वारा आयोजित श्रीराम कथा के चतुर्थ दिवस प्रख्यात प्रवचन कर्ता मानस कोविद डॉ मदन मोहन मिश्र ने अपने व्याख्यान में श्रीराम परशुराम संवाद के क्रम में श्रीराम की विनम्रता को परशुराम के क्रोध पर विजय प्राप्त करने का मुख्य अस्त्र बताया। मिश्र ने परशुराम के व्यक्तित्व और कृतित्व का निरूपण करते हुए उनके सर्वशक्तिमान होने में क्रोध को ही बाधक बताया। विशिष्ट वक्ता के रूप में आचार्य अखिलेश चन्द्र मिश्र ने पौराणिक कथाओं के संदर्भ में बलि वामन कथा का चित्र उपस्थापित करते हुए "बलिदान" शब्द का महत्व बताया और नारी शिक्षा के क्रम में नारी के कर्तव्यों का बोध कराया।कथा के प्रारंभ में बाल किशन जी महराज नें मानस के विषयों में राम चरित्र की महत्ता पर राकश डाला। कार्यक्रम में समिति के सत्येंद्र सिंह पिंटू स0 जि0 प0 पवई ,आत्माराम तिवारी, रत्नेश पांडेय संचालक,पिंटू राजभर प्रधान, कतारू बिन्द,दिलीप मोदनवाल,जोगी पाण्डे इत्यादि का काफी सहयोग रहा।इस अवसर पर देवनारायण सिंह,डॉ जी0 पी0 सिंह,क्षेत्र के काफी प्रधान,दिनेस दुबे,नेपाल चंद जयसवाल,निर्भय सिंह,शिवनारायण गिरी,आदि की उपस्थिति रही।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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