जौनपुर :रिपोर्ट चन्दजीत यादव:खुटहन स्थानीय क्षेत्र के डिहियां गांव में पं. सुशील चंद्र तिवारी के आवास पर आयोजित सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा के समापन के अवसर मंगलवार को विशाल यज्ञ एवं भंडारा आयोजित हुआ। यज्ञ कराते हुए नेपाल से पधारे यज्ञाचार्य पंण्डित ओमनाथ ने कहा कि यज्ञ ही सम्पूर्ण श्रृष्टि को रोग, प्राकृतिक आपदाओं और अन्य सांसारिक दुखों को नष्ट करता है। यज्ञ से ईश्वर और देवता प्रसन्न होकर श्रृष्टि की रक्षा और कल्याण करते हैं, इस लिए सम्पूर्ण मानव समाज को यज्ञ में शामिल होना चाहिए।
यज्ञ पुरोहित हृदय नारायण शुक्ल ने वैदिक मंत्रों और यज्ञ के वैज्ञानिक महत्व पर विस्तार पूर्व लोगों को उपदेश दिया। भागवत कथाकार आचार्य हरिचयन शांडिल्य ने भागवत और यज्ञ की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि भागवत कथा भव से पार होने का दिव्य साधन है तो महायज्ञ सांसारिक दुखों को दूर करके समस्त देवो को प्रसन्न करने का सरल माध्यम है। यज्ञ करने से दैहिक दैविक भौतिक दुखों का नाश होता है। हरिचयन शांडिल्य ने आगे कहा कि ईश्वर की प्राप्ति के लिए मनुष्य को चल, कपट, प्रपंच से दूर रहकर भक्ति और सतसंग के मार्ग पर चलना चाहिए।इस मौके पर सुशील चंद्र तिवारी, उर्मिला देवी, फूलचंद तिवारी, मोहन प्रसाद तिवारी,शारदा प्रसाद तिवारी, राजीव तिवारी, रवि प्रकाश,लालजी मिश्र,रामजी मिश्र, प्रभाकर मिश्रा, राकेश मिश्रा, राहुल मिश्र, अंकित मिश्र श्रीराम मिश्र, हृदय नारायण सिंह, देवकुमार तिवारी, जयप्रकाश तिवारी, दिनेश पाल सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
डीआरयस न्यूज नेटवर्क
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