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निरीह न्यायपालिका रीढ़ विहीन कार्यपालिका कोठे पर बैठी पत्रकारिता ने देश बर्बाद कर दिया:संपादक अनिल दूबे आजाद

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निरीह न्यायपालिका रीढ़ विहीन कार्यपालिका कोठे पर बैठी पत्रकारिता ने देश बर्बाद कर दिया:संपादक अनिल दूबे आजाद
  


लखनऊ अनिल दुबे आजाद समाजसेवी संपादक दैनिक राष्ट्रसाक्षी ने कहा कि निरीह न्यायपालिका रीढ़ विहीन कार्यपालिका और कोठे पर बैठी हुई पत्रकारिता ने देश को बर्बाद कर दिया है
जिस देश में पहलू ख़ान की लिंचिंग होते हुए वीडियो उपलब्ध होकर भी न्यायपालिका आरोपियों को बरी कर देती है,जिस देश में सीनियर इंस्पेक्टर सुबोध कांत सहाय और CBI न्यायाधीश लोया की हत्या, अदालत में चल रहे केस में हत्यारों को सजा से बचाने के लिए कर दी जाती है,
जिस देश में सीमा पर लड़ रहे जवान के पिता अख़लाक़ की हत्या के आरोपियों को ज़मानत मिलते ही पुरस्कार स्वरूप नौकरी दे दी जाती है,
जिस देश में  बलात्कारी को बचाने के लिए  बलात्कार पीड़िता के पिता और परिवार के अन्य सदस्यों की हत्या कर दी जाती है(सेंगर कांड),
जिस देश में बलात्कारी को गिरफ़्तार न करके बलात्कार पीड़िता को गिरफ़्तार कर लिया जाता है(चिन्मयानंद कांड),
जिस देश में बलात्कार के आरोपियों को मिलने सत्ताधारी पार्टी के साक्षी महाराज जैसे सांसद जेल में जाते हैं,
जिस देश में बलात्कार और हत्या के आरोपियों को ज़मानत मिलने के बाद केंद्रीय मंत्री माला फूल पहना कर उनका स्वागत करते हैं,
जिस देश में बलात्कार का सबूत मिटाने के लिए बलात्कार पीड़िता का शरीर सरकार ख़ुद रात के अंधेरे में जला देती है,
जिस देश में बलात्कार और हत्या के आरोपी को बचाने के लिए सत्ताधारी पक्ष के विधायक और मंत्री ख़ुद जुलूस निकालते हैं,
क्रांतिकारी संपादक अनिल दुबे आजाद ने आगे कहा कि जिस देश में तड़ीपार रहा व्यक्ति गृह मंत्री, हिस्ट्री शीटर गृह राज्यमंत्री, और 35 आपराधिक मामलों में संलग्न व्यक्ति मुख्यमंत्री हो वहाँ न्याय की क्या उम्मीद कर सकते हैं?
अधर्मियों के शासन में उस देश के किसानों के हत्यारे गृह राज्य मंत्री के बेटे को कौन सजा दे सकता है?
आज अधर्मी रावण के साम्राज्य में भारत माता रूपी सीता माँ बिलख बिलख कर रो रही है।
हर किसान अब राम बनेगा हर जवान हनुमान बनेगा।हर मज़दूर बनेगा अंगद बलशाली बलवान बनेगा।

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