फाइलेरिया रोगियों को नियमित साफ-सफाई व व्यायाम के बताए गुर तीन सौ मरीजों को बांटी गईं एम एम डी पी किट। - DRS NEWS24 LIVE

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फाइलेरिया रोगियों को नियमित साफ-सफाई व व्यायाम के बताए गुर तीन सौ मरीजों को बांटी गईं एम एम डी पी किट।

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सीतापुर।रिपोर्ट राकेश पाण्डेय:राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत फाइलेरिया ग्रसित अंगों की समुचित देखभाल व साफ-सफाई के बारे में जानकारी देने के उद्देश्य से जिले के सभी सीएचसी पर रुग्णता प्रबंधन और दिव्यांगता निवारण (एमएमडीपी) प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इस दौरान करीब पांच सौ फाइलेरिया रोगियों और आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया। इसके अलावा तीन सौ रोगियों को एमएमडीपी किट प्रदान की गयी। प्रशिक्षण के दौरान विभागीय टीम ने फाइलेरिया मरीजों के समक्ष एमएमडीपी किट का प्रदर्शन करते हुए उसके प्रयोग और फाइलेरिया ग्रसित अंगों की साफ-सफाई के तरीकों की जानकारी दी, जिससे कि फाइलेरिया रोगी प्रभावित अंग की उचित देखभाल कर सकें। फाइलेरिया ग्रसित अंगों की सूजन कम करने के लिए कुछ हल्के और आसान व्यायाम भी सिखाए गए। 
जिला मलेरिया अधिकारी राज कुमार सारस्वत ने बताया कि यह बीमारी कभी खत्म नहीं होती है, इसका रोकथाम और प्रबंधन जरूर किया जा सकता है। इस बीमारी में दवा के साथ एक्सरसाइज भी बहुत आवश्यक है जितना ज्यादा एक्सरसाइज करेंगे आप उतना ज्यादा अपनी सूजन को कम कर सकेंगे। ऐसे में यह प्रशिक्षण मरीजों के लिए बहुत उपयोगी साबित हो रहा है।
   उन्होंने यह भी बताया कि हरगांव ब्लॉक में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के अलावा नवीनगर, मुद्रासन व मंगरूआ गांवों में भी एमएमडीपी ट्रेनिंग कराई गई है। इन गांवों में स्वास्थ्य विभाग के मार्गदर्शन में सेंटर फार एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) संस्था के सहयोग से पेशेंट सपोर्ट ग्रुप (पीएसजी) का गठन किया गया है। पीएसजी के सदस्यों ने इन ट्रेनिंग में विभाग का सहयोग भी किया है।
    सहायक मलेरिया अधिकारी डॉ. अर्चना मिश्रा ने बताया कि फाइलेरिया रोगी यदि नियमित साफ सफाई रखें और व्यायाम करें तो बीमारी नियंत्रण में रहती है। सरकार भी फाइलेरिया रोगियों पर पूरा ध्यान दे रही है। फाइलेरिया ग्रसित अंगों से पानी का रिसाव होता है। इस स्थिति में प्रभावित अंगों की साफ सफाई रखना बेहद जरूरी होता है।

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