हमीरपुर:रिपोर्ट फ़रीद ख़ान: अप्रैल के महीने तापमान में भारी बढ़ोतरी हुई है और लोग गर्मी से बेहाल हैं। मौसम के रुख से लोगों के बीमार होने की संभावना बढ़ गई है। लिहाजा स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को इस मौसम में एहतियात बरतने की सलाह देनी शुरू कर दी है। खानपान से लेकर आवाजाही करने में विशेष सतर्कता बरतने को कहा गया है। दिन के 12 बजे से लेकर 3 बजे तक सूरज के संपर्क में आने से बचने में ही भलाई है। कार्य स्थल पर भी लोगों को विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.राम अवतार सिंह ने बताया कि गर्मी को देखते हुए सभी स्वास्थ्य केंद्रों में पर्याप्त मात्रा में ओआरएस पाउडर, आईवी फ्ल्यूड की उपलब्धता है। सभी तरह की दवाएं हैं। लोग मौसम को देखते हुए सावधानी बरतें। अचानक से तापमान में बढ़ोत्तरी हुई है। जो स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है। उन्होंने बताया कि प्रतिवर्ष अप्रैल, मई और जून माह में लू का प्रकोप रहता है। तापमान भी 43 डिग्री सेल्सियस से लेकर 46 डिग्री के बैरियर को तोड़ देता है। जरा सी असावधानी बरतने से कोई भी बीमार हो सकता है।नेशनल प्रोग्राम ऑन क्लाइमेट चेंज एण्ड ह्यूमन हेल्थ के नोडल अधिकारी एसीएमओ डॉ.महेशचंद्रा ने बताया कि हीट स्ट्रोक, हीट रैश, हीट क्रैम्प के लक्षणों जैसे कमजोरी, चक्कर आना, सिरदर्द, उबकाई, पसीना आना, बेहोशी आदि को पहचानें। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर से परामर्श लें। किसी भी स्थिति से निपटने को आरआरटी टीमों का गठन किया गया है। डॉक्टरों का कहना है कि गर्मी में अधिक से अधिक पानी पिएं। यदि प्यास न लगी हो तब भी पानी पिएं। ओआरएस घर में बने हुए पेय पदार्थ जैसे लस्सी, चावल का पानी (माड़), नींबू, पानी, छाछ आदि का उपयोग करें। जिससे कि शरीर में पानी की कमी की भरपाई हो सके। जल की अधिक मात्रा वाले मौसमी फल तरबूज, खरबूज, संतरे, अंगूर, अन्नास एवं सब्जी खीरा, ककड़ी, सलाद पत्ता का प्रयोग करें। हल्के रंग के पसीना शोषित करने वाले हल्के वस्त्र पहनें। धूप के चश्में, छाता, टोपी का प्रयोग करें।दिन के 12 से 3 बजे तक हो सके तो धूप में न निकलें। सूरज के सीधे संपर्क में आने से बचें। अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों के प्रयोग से यथासंभव बचे और बासी भोजन का प्रयोग न करें। बच्चों तथा पालतू जानवरों को खड़ी गाड़ियों में न छोड़ें। अधिक गर्मी वाले समय में खाना बनाने से बचें। शराब, चाय-काफी, कार्बोनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक आदि के उपयोग करने से बचें।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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