गाजीपुर: रिपोर्ट मोहम्मद कादिर:सत्यदेव डिग्री कॉलेज बोरसियां में सोमवार को पूर्व प्रधानमंत्री जननायक चंद्रशेखर की जयंती मनाई गई। इस अवसर पर सत्यदेव ग्रुप ऑफ़ कॉलेजेस के सीएमडी प्रोफेसर आनंद सिंह ने चंद्रशेखर के चित्र पर माल्यार्पण और पुष्पांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि इस कॉलेज के संस्थापक कर्मवीर सत्यदेव सिंह व जननायक चंद्रशेखर एक ही साथ सतीश चंद्र कॉलेज बलिया और इसके बाद इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रयाग में पढ़ें। उन्होंने यह भी बताया कि चंद्रशेखर से उनके परिवारिक संबंध रहा। स्व. चंद्रशेखर समाजवादी आंदोलन के पुरोधा रहे। समाजवाद का आंदोलन आजादी से पूर्व भी भारत में था लेकिन आजादी के बाद समाजवाद का नेतृत्व करने वाले और गैर कांग्रेसी विचारों को जीवंत रखने वाले नेता चंद्रशेखर रहे। अपनी पसंद विचार एवं धुन के पक्के रहे। इन्होंने राजनीति में कभी भी छोटा पद स्वीकार नहीं किया। थोड़े से सांसदों के साथ यह कुछ दिनों के लिए भारत के प्रधानमंत्री भी बने। उन्होंने सांसद में अनेक समय पर देश हित में गंभीर भाषण दिए जिनको पक्ष और प्रतिपक्ष के सांसदों ने गंभीरता पूर्वक सुना। इनके भाषणों की चर्चा करते हुए प्रोफेसर आनंद सिंह ने कहा कि उदारीकरण के विरुद्ध उन्होंने सांसद में जो भाषण दिए उनका संग्रह हर एक भारतीय के लिए पठनीय है। उन्होंने इमरजेंसी के दौरान जेल मेरा घर अपने संस्मरण की रचना पुस्तक के रूप में लिखी। इस मौके पर काउंसलर दिग्विजय उपाध्याय प्राचार्य डॉ राम चंद्र दुबे तथा कालेज के प्रोफेसर और सभी कर्मचारीगण उपस्थित रहे।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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