हमीरपुर:रिपोर्ट फ़रीद ख़ान: एसपी डॉ.दीक्षा शर्मा ने जलालपुर के थानाध्यक्ष और एक दरोगा को निलंबित कर दिया। दोनों पुलिस अधिकारियों पर यह कार्रवाई डीआईजी के आदेश पर हुई। इन्होंने अवैध खनन में पकड़ी 3 ट्रकों में से 2 को छोड़ दिया था। इसका मामला तूल पकड़ा तो मामले की जांच में दोनों दोषी पाए गए।हमीरपुर में अवैध मौरंग खनन और परिवहन को लेकर प्रशासन की तमाम सख्ती के बावजूद इस पर रोक नहीं लग पा रही है। 26 नवंबर 2022 को खनिज अधिकारी सुभाष सिंह ने अपनी टीम के साथ जलालपुर थाने के भेड़ी खरका मौरंग खदान में छापा मारकर अवैध खनन करते हुए दो पोकलैंड मशीनें और तीन मौरंग से भरे ट्रकों को पकड़ा था। जिन्हें जलालपुर पुलिस की सुपुर्दगी में दिया गया था। इस प्रकरण की जांच दारोगा मधुरेश त्रिपाठी को सौंपी गई थी। मामला उच्चाधिकारियों के संज्ञान में होने के बावजूद विवेचक ने मौरंग से भरे दो ट्रकों को अपनी विवेचना में खाली बताते हुए छोड़ दिया था। तब इस मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली को लेकर भी सवालिया निशान लगे थे।ट्रकों को छोड़े जाने का यह मामला चित्रकूटधाम मंडल के डीआईजी तक पहुंचा था। जिसकी विभागीय जांच सीओ राठ से कराई गई थी। जांच में विवेचक मधुरेश त्रिपाठी के साथ ही थानाध्यक्ष ओमप्रकाश यादव की भूमिका संदिग्ध मिली। जिस पर डीआईजी बांदा के आदेश पर एसपी डॉ.दीक्षा शर्मा ने दरोगा और थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया है।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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