अस्पताल चिकित्सक बने लोगों के यमराज जच्चा बच्चा की जान जाने के बाद हॉस्पिटल का पूरा स्टाफ फरार
जौनपुर। मुंगरा बादशाहपुर में स्वास्थ्य विभाग की छत्रछाया में इस समय अवैध रूप से संचालित प्राइवे हास्पिटल इस समय लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इसी क्रम में जंघई रोड पर स्थित मदर हॉस्पिटल के डॉ रवि पटेल द्वारा महिला का प्रसव कराने के लिए जब आपरेशन शुरू किया तो गूगल का सहारा लेकर ऑपरेशन करने लगा। डाक्टर ने सोचा कि गूगल के भरोसे मै आपरेशन में सफलता पा जाऊंगा लेकिन ऐसा हुआ नही। डाक्टर ने आपरेशन कर दिया बेटे का जन्म हुआ जो कुछ ही देर में प्राण त्याग दिया। आपरेशन के बाद प्रसव कराने आई महिला की तबियत ज्यादा खराब होने लगी जिसको देखकर डाक्टर घबरा गया और आनन फानन में अपने ही एंबुलेंस से प्रयागराज ले जाने लगा जिस पर स्वयं डॉ रवि पटेल ने अपने हॉस्पिटल के एंबुलेंस से जच्चा-बच्चा को प्रयागराज ले जा रहे थे, फूलपुर पहुंचते-पहुंचते बच्चे की जान चली गई, और पार्वती हॉस्पिटल पहुंचने के पहले मां ने भी दम तोड़ दिया, और वहीं से डॉक्टर रवि सहित 5 लोगों की अस्पताल टीम फरार हो गए। जच्चा बच्चा दोनों की जान चली गई, पीड़ित परिजनों ने स्थानीय थाने में तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है। जानकारी के लिए आपको बता दूं कि मुंगरा बादशाहपुर में यह घटना पहली बार नहीं बल्कि बीते समय में कई बार इस प्रकार की घटना होती चली आ रही है, बावजूद प्रशासन और संबंधित विभाग द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं होने से ऐसे अनाधिकृत हॉस्पिटल और पैथोलॉजी संचालकों का हौसला लगातार बढ़ता जा रहा है, और लोगों की जिंदगीयों के साथ बड़ा खिलवाड़ हो रहा है। उसी क्रम में दिनांक 15/04/ 2023 दिन शनिवार को बृज कुमार सिंह निवासी नारायनपुर खुर्द थाना फतनपुर जिला प्रतापगढ़ ने अपने बहू का प्रसव कराने के लिए मुंगरा बादशाहपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाए, जहां उन्हें सुविधाओं का अभाव लगा और परिजनों के मुताबिक डॉक्टरों के निर्देश पर प्राइवेट अस्पताल ले जाने के लिए कहा गया, जिस पर बृज कुमार सिंह ने अपने बहू पूजा सिंह उम्र 24 वर्ष को जंघई रोड पर स्थित मदर हॉस्पिटल पर ले गए, वहां के डॉक्टर रवि पटेल ने स्वयं से ऑपरेशन भी कर दिया। मृतिका के परिजनों ने मुंगरा बादशाहपुर थाने पहुंचकर अनाधिकृत रूप से संचालित हो रहे मदर हॉस्पिटल और डॉक्टर रवि पटेल के विरुद्ध थाने में एफ आई आर दर्ज कराया है। जांच पड़ताल में मालूम चला कि वह डॉक्टर कोई सर्जन नहीं था, ना ही कोई अनुभव था । मृतिका पूजा सिंह की एक 2 वर्ष की बेटी भी है, और यह दूसरी डिलीवरी थी, जो अनाधिकृत रूप से संचालित हो रहे हॉस्पिटल में अनुभव विहीन डॉक्टर बन गए काल! अब यह बड़ा सवाल है कि इसके पूर्व में इस प्रकार की कई घटनाएं घट चुकी है बावजूद इस प्रकार के अनाधिकृत हॉस्पिटल किसके सह पर संचालित हो रहे हैं? ऐसे गंभीर घटनाओं पर मुख्य चिकित्साधिकारी के द्वारा क्यों नहीं कार्यवाही की जाती है? ऐसे हॉस्पिटल संचालकों को क्यों नहीं लगता संबंधित अधिकारियों का डर?
क्या ऐसे कार्यों में संबंधित अधिकारी भी है लिप्त ? ऐसे कई सवाल के घेरे में है विभाग।
जौनपुर। मुंगरा बादशाहपुर में स्वास्थ्य विभाग की छत्रछाया में इस समय अवैध रूप से संचालित प्राइवे हास्पिटल इस समय लोगों की जान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। इसी क्रम में जंघई रोड पर स्थित मदर हॉस्पिटल के डॉ रवि पटेल द्वारा महिला का प्रसव कराने के लिए जब आपरेशन शुरू किया तो गूगल का सहारा लेकर ऑपरेशन करने लगा। डाक्टर ने सोचा कि गूगल के भरोसे मै आपरेशन में सफलता पा जाऊंगा लेकिन ऐसा हुआ नही। डाक्टर ने आपरेशन कर दिया बेटे का जन्म हुआ जो कुछ ही देर में प्राण त्याग दिया। आपरेशन के बाद प्रसव कराने आई महिला की तबियत ज्यादा खराब होने लगी जिसको देखकर डाक्टर घबरा गया और आनन फानन में अपने ही एंबुलेंस से प्रयागराज ले जाने लगा जिस पर स्वयं डॉ रवि पटेल ने अपने हॉस्पिटल के एंबुलेंस से जच्चा-बच्चा को प्रयागराज ले जा रहे थे, फूलपुर पहुंचते-पहुंचते बच्चे की जान चली गई, और पार्वती हॉस्पिटल पहुंचने के पहले मां ने भी दम तोड़ दिया, और वहीं से डॉक्टर रवि सहित 5 लोगों की अस्पताल टीम फरार हो गए। जच्चा बच्चा दोनों की जान चली गई, पीड़ित परिजनों ने स्थानीय थाने में तहरीर देकर न्याय की गुहार लगाई है। जानकारी के लिए आपको बता दूं कि मुंगरा बादशाहपुर में यह घटना पहली बार नहीं बल्कि बीते समय में कई बार इस प्रकार की घटना होती चली आ रही है, बावजूद प्रशासन और संबंधित विभाग द्वारा ठोस कार्रवाई नहीं होने से ऐसे अनाधिकृत हॉस्पिटल और पैथोलॉजी संचालकों का हौसला लगातार बढ़ता जा रहा है, और लोगों की जिंदगीयों के साथ बड़ा खिलवाड़ हो रहा है। उसी क्रम में दिनांक 15/04/ 2023 दिन शनिवार को बृज कुमार सिंह निवासी नारायनपुर खुर्द थाना फतनपुर जिला प्रतापगढ़ ने अपने बहू का प्रसव कराने के लिए मुंगरा बादशाहपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाए, जहां उन्हें सुविधाओं का अभाव लगा और परिजनों के मुताबिक डॉक्टरों के निर्देश पर प्राइवेट अस्पताल ले जाने के लिए कहा गया, जिस पर बृज कुमार सिंह ने अपने बहू पूजा सिंह उम्र 24 वर्ष को जंघई रोड पर स्थित मदर हॉस्पिटल पर ले गए, वहां के डॉक्टर रवि पटेल ने स्वयं से ऑपरेशन भी कर दिया। मृतिका के परिजनों ने मुंगरा बादशाहपुर थाने पहुंचकर अनाधिकृत रूप से संचालित हो रहे मदर हॉस्पिटल और डॉक्टर रवि पटेल के विरुद्ध थाने में एफ आई आर दर्ज कराया है। जांच पड़ताल में मालूम चला कि वह डॉक्टर कोई सर्जन नहीं था, ना ही कोई अनुभव था । मृतिका पूजा सिंह की एक 2 वर्ष की बेटी भी है, और यह दूसरी डिलीवरी थी, जो अनाधिकृत रूप से संचालित हो रहे हॉस्पिटल में अनुभव विहीन डॉक्टर बन गए काल! अब यह बड़ा सवाल है कि इसके पूर्व में इस प्रकार की कई घटनाएं घट चुकी है बावजूद इस प्रकार के अनाधिकृत हॉस्पिटल किसके सह पर संचालित हो रहे हैं? ऐसे गंभीर घटनाओं पर मुख्य चिकित्साधिकारी के द्वारा क्यों नहीं कार्यवाही की जाती है? ऐसे हॉस्पिटल संचालकों को क्यों नहीं लगता संबंधित अधिकारियों का डर?
क्या ऐसे कार्यों में संबंधित अधिकारी भी है लिप्त ? ऐसे कई सवाल के घेरे में है विभाग।
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