जौनपुर:रिपोर्ट अरुण यादव:शाहगंज नगर पालिका परिषद चुनाव में अध्यक्ष पद पर जीत हासिल करने के बाद मनाही के बावजूद विजय जुलूस निकालने के कथित आरोप में पुलिस ने नगर पालिका अध्यक्ष के पति समेत 20 लोगों के खिलाफ नामजद और पांच अज्ञात लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। एफआईआर में जुलूस निकालने, उपद्रव करने और रास्ता रोकने से संबंधित धाराएं लगाई गई हैं।
पुलिस ने मामले में 13 लोगों को गिरफ्तार कर चालान न्यायालय भेज दिया। बता दें कि मतगणना स्थल से वापसी के वक्त घासमंडी चौराहे पर कुछ समर्थकों ने जश्न मनाया था और नारेबाजी की थी। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने वहां मौजूद लोगों पर जमकर लाठियां भी भांजी थी। मामले में प्रभारी निरीक्षक सदानंद राय की तहरीर पर केस दर्ज किया गया। दबी जुबान में लोग यह भी कह रहे कि देर रात तक खेतासराय चुनाव को लेकर मतगणना स्थल पर भाजपा समर्थक हंगामा करते रहे लेकिन सत्तारूढ़ पार्टी का होने की वजह से उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
प्रभारी निरीक्षक सदानंद राय के मुताबिक शनिवार शाम में जीत का सर्टिफिकेट मिलने के बाद वो सपा प्रत्याशी रचना सिंह को एस्कॉर्ट करके उनके पुराना चौक स्थित आवास तक छोड़ने गए। वहां से वापस लौटते वक्त घासमंडी चौक से पहले जाम लगा था। किसी तरह वो घासमंडी चौक पहुंचे तो देखा कि अफरातफरी का माहौल था। लोग दुकानें बंद कर रहे थे। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक मनाही के बावजूद जीत के बाद नगर पालिका अध्यक्ष पति ने अपने साथियों के साथ विजय जुलूस निकाला हुआ था। जुलूस में एक ऑटो रिक्शा भी शामिल था, जिस पर छोटी साइकिल और समाजवादी पार्टी के झंडे लगे हुए थे। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक उन्होंने लोगों को और माहौल को संभालने की काफी कोशिश की। जबकि वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पुलिस कर्मियों ने नाहक लाठियां भांजी और अफरातफरी का माहौल पैदा किया। इस दौरान कई मासूम राहगीरों को भी पुलिस की लाठियों का शिकार होना पड़ा। काफी देर तक घासमंडी चौक पर दहशत का आलम रहा।
एफआईआर में नगर पालिका अध्यक्ष के पति वीरेंद्र सिंह बंटी, सपा नगर अध्यक्ष अरशद अंसारी, एडवोकेट संतोष अग्रहरि, सैयद गौहर जैदी, मो. अनवर, अन्नू मोदनवाल, अंतिम, बृजेश यादव, मोनू सिंह, चिरंजू, विशाल, महबूब अहमद, मो. आजम, मो. समीर, जुनेर, लिजाय, शकील अहमद, अभिषेक यादव, अरबाज और मोहम्मद इरफान समेत 4-5 अज्ञात शामिल हैं। फिलहाल पुलिस की यह कार्रवाई लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है।
डीआरएस न्यूज नेटवर्क
प्रभारी निरीक्षक सदानंद राय के मुताबिक शनिवार शाम में जीत का सर्टिफिकेट मिलने के बाद वो सपा प्रत्याशी रचना सिंह को एस्कॉर्ट करके उनके पुराना चौक स्थित आवास तक छोड़ने गए। वहां से वापस लौटते वक्त घासमंडी चौक से पहले जाम लगा था। किसी तरह वो घासमंडी चौक पहुंचे तो देखा कि अफरातफरी का माहौल था। लोग दुकानें बंद कर रहे थे। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक मनाही के बावजूद जीत के बाद नगर पालिका अध्यक्ष पति ने अपने साथियों के साथ विजय जुलूस निकाला हुआ था। जुलूस में एक ऑटो रिक्शा भी शामिल था, जिस पर छोटी साइकिल और समाजवादी पार्टी के झंडे लगे हुए थे। प्रभारी निरीक्षक के मुताबिक उन्होंने लोगों को और माहौल को संभालने की काफी कोशिश की। जबकि वहां मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि पुलिस कर्मियों ने नाहक लाठियां भांजी और अफरातफरी का माहौल पैदा किया। इस दौरान कई मासूम राहगीरों को भी पुलिस की लाठियों का शिकार होना पड़ा। काफी देर तक घासमंडी चौक पर दहशत का आलम रहा।
एफआईआर में नगर पालिका अध्यक्ष के पति वीरेंद्र सिंह बंटी, सपा नगर अध्यक्ष अरशद अंसारी, एडवोकेट संतोष अग्रहरि, सैयद गौहर जैदी, मो. अनवर, अन्नू मोदनवाल, अंतिम, बृजेश यादव, मोनू सिंह, चिरंजू, विशाल, महबूब अहमद, मो. आजम, मो. समीर, जुनेर, लिजाय, शकील अहमद, अभिषेक यादव, अरबाज और मोहम्मद इरफान समेत 4-5 अज्ञात शामिल हैं। फिलहाल पुलिस की यह कार्रवाई लोगों में चर्चा का विषय बनी हुई है।
डीआरएस न्यूज नेटवर्क
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