पूछने पर तहसीलदार ने बताया कि तुम्हें क्या है दिक्कत?
-जिम्मेदारों की उदासीनता से सफाई को तरस रहे सफाई कर्मी के तैनाती गांव के वाशिंदे।
सीतापुर।रिपोर्ट राकेश पाण्डेय:पूर्ववर्ती सरकार ने बेहतर साफ सफाई व्यवस्था संचालित करने के उद्देश्य से गांव गांव में सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की थी। कुछ दिन तक तो सरकार की मंशा के अनुसार सब कुछ ठीक-ठाक चलता रहा और गांव गांव में सफाई व्यवस्था होती रही लेकिन सरकार बदलने के बाद खाऊ कमाऊ नीति के चलते अधिकारियों ने सफाई कर्मचारियों को अन्यत्र समायोजित करने की योजना बनाकर उन्हें अन्यत्र समायोजित करने में जुट गए। सफाई कर्मचारियों को अन्यत्र समायोजित कर दिये जाने के गांव गांव की सफाई व्यवस्था चरमरा सी गई है।
-जिम्मेदारों की उदासीनता से सफाई को तरस रहे सफाई कर्मी के तैनाती गांव के वाशिंदे।
सीतापुर।रिपोर्ट राकेश पाण्डेय:पूर्ववर्ती सरकार ने बेहतर साफ सफाई व्यवस्था संचालित करने के उद्देश्य से गांव गांव में सफाई कर्मचारियों की नियुक्ति की थी। कुछ दिन तक तो सरकार की मंशा के अनुसार सब कुछ ठीक-ठाक चलता रहा और गांव गांव में सफाई व्यवस्था होती रही लेकिन सरकार बदलने के बाद खाऊ कमाऊ नीति के चलते अधिकारियों ने सफाई कर्मचारियों को अन्यत्र समायोजित करने की योजना बनाकर उन्हें अन्यत्र समायोजित करने में जुट गए। सफाई कर्मचारियों को अन्यत्र समायोजित कर दिये जाने के गांव गांव की सफाई व्यवस्था चरमरा सी गई है।
जानकारी के अनुसार पूर्व वर्ती सरकार में सफाई कार्य के लिए महोली तहसील क्षेत्र के पिसावां ब्लाक अन्तर्गत गांव हजियापुर निवासी विनय वर्मा पिसावां ब्लाक के ही महमदापुर नं.दो के गांव पल्हरिया में सफाई कर्मी के पद पर तैनात थे जो आज भी कागज पर पल्हरिया गांव में ही सफाई कर्मी के रूप में तैनात हैं लेकिन खाऊ कमाऊ नीति के तहत अधिकारियों की मनमानी के चलते उन्हें तहसीलदार महोली के कोर्ट से सम्बद्ध कर उनसे बाबू का कार्य लिया जा रहा है। वर्तमान समय में महोली स्थित तहसीलदार न्यायालय में बाबू के रूप में विनय वर्मा सेवा दे रहे हैं। और उनके तैनाती वाले गांव पल्हरिया के वाशिंदे सफाई के लिए तरस रहे हैं गांव में गंदगी का अंबार लगा हुआ है
No comments:
Post a Comment