लखनऊ।रामचरितमानस की चौपाई पर टिप्पणी कर विवादों में घिरे समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्य ने अब रामराज हटाओ- आरक्षण बचाओ का नारा देना शुरू कर दिया है। चुनावी वैज्ञानिक स्वामी इसके जरिए 2024 लोकसभा चुनाव से पहले यूपी की सियासत को गरम करने में जुट गए है। स्वामी कहते हैं कि इस नारे के जरिए प्रदेश भर में जनजागरण करेंगे। लोगों को भाजपा सरकार की हर चाल से वाकिफ कराएंगे।
बहुजन समाज पार्टी से वाया भारतीय जनता पार्टी होते हुए समाजवादी पार्टी में पहुंचे चुनावी वैज्ञानिक स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी बयानबाजी को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं। स्वामी ने रामचरितमानस की चौपाई पर टिप्पणी की तो उत्तर प्रदेश की राजनीति में जबरदस्त हलचल मची।स्वामी सपा के ही कई विधायकों की आलोचना के भी शिकार हुए।सपा शीर्ष नेतृत्व ने स्वामी को राष्ट्रीय महासचिव पद से नवाजा।सपा के नेताओं के बीच स्वामी को दो ध्रुव नजर आए।इसके बावजूद स्वामी अपने बयान पर कायम रहे।
इस बीच स्वामी ने बसपा संस्थापक कांशीराम की प्रतिमा स्थापित कर दलितों और पिछड़ों के बीच संदेश देने का प्रयास किया। प्रतिमा अनावरण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने संविधान और आरक्षण बचाने की अपील की। अखिलेश यादव हर कार्यक्रम में आरक्षण का मुद्दा उठाते रहे हैं।एमएलसी चुनाव में पार्टी के प्रत्याशी को उतारते समय भी आरक्षण का ही दांव चला गया है। ऐसे में ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों की नियुक्ति में आरक्षण का मुद्दा सामने आते ही स्वामी ने लपक लिया है।
चुनावी वैज्ञानिक स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए कहा कि रामराज धोखा है। पहले भी रामराज के नाम पर कभी शंबूक का सिर काटा गया तो कभी एकलव्य का अंगूठा और अब दलितों, आदिवासियों व पिछड़ों का आरक्षण काटा जा रहा है।यह संविधान प्रदत्त आरक्षण खत्म किया जा रहा। जागो सावधान हो जाओ। रामराज हटाओ-आरक्षण बचाओ।
स्वामी प्रसाद मौर्य का कहना है कि आरक्षण बचाने के लिए जल्द ही जिलेवार अभियान शुरू करेंगे। गाजीपुर, कुशीनगर, गोरखपुर सहित विभिन्न जिलों में आयोजित कार्यक्रम में वह आरक्षण बचाने की अपील कर चुके हैं। जल्द ही अन्य जिलों में जाएंगे। लोगों को बताएंगे कि आरक्षण बचाने के लिए भाजपा को सत्ता से हटाना होगा।
बहुजन समाज पार्टी से वाया भारतीय जनता पार्टी होते हुए समाजवादी पार्टी में पहुंचे चुनावी वैज्ञानिक स्वामी प्रसाद मौर्य अपनी बयानबाजी को लेकर सुर्खियों में बने रहते हैं। स्वामी ने रामचरितमानस की चौपाई पर टिप्पणी की तो उत्तर प्रदेश की राजनीति में जबरदस्त हलचल मची।स्वामी सपा के ही कई विधायकों की आलोचना के भी शिकार हुए।सपा शीर्ष नेतृत्व ने स्वामी को राष्ट्रीय महासचिव पद से नवाजा।सपा के नेताओं के बीच स्वामी को दो ध्रुव नजर आए।इसके बावजूद स्वामी अपने बयान पर कायम रहे।
इस बीच स्वामी ने बसपा संस्थापक कांशीराम की प्रतिमा स्थापित कर दलितों और पिछड़ों के बीच संदेश देने का प्रयास किया। प्रतिमा अनावरण समारोह में पूर्व मुख्यमंत्री समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने संविधान और आरक्षण बचाने की अपील की। अखिलेश यादव हर कार्यक्रम में आरक्षण का मुद्दा उठाते रहे हैं।एमएलसी चुनाव में पार्टी के प्रत्याशी को उतारते समय भी आरक्षण का ही दांव चला गया है। ऐसे में ग्राम पंचायत विकास अधिकारियों की नियुक्ति में आरक्षण का मुद्दा सामने आते ही स्वामी ने लपक लिया है।
चुनावी वैज्ञानिक स्वामी प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करते हुए कहा कि रामराज धोखा है। पहले भी रामराज के नाम पर कभी शंबूक का सिर काटा गया तो कभी एकलव्य का अंगूठा और अब दलितों, आदिवासियों व पिछड़ों का आरक्षण काटा जा रहा है।यह संविधान प्रदत्त आरक्षण खत्म किया जा रहा। जागो सावधान हो जाओ। रामराज हटाओ-आरक्षण बचाओ।
स्वामी प्रसाद मौर्य का कहना है कि आरक्षण बचाने के लिए जल्द ही जिलेवार अभियान शुरू करेंगे। गाजीपुर, कुशीनगर, गोरखपुर सहित विभिन्न जिलों में आयोजित कार्यक्रम में वह आरक्षण बचाने की अपील कर चुके हैं। जल्द ही अन्य जिलों में जाएंगे। लोगों को बताएंगे कि आरक्षण बचाने के लिए भाजपा को सत्ता से हटाना होगा।
No comments:
Post a Comment