प्रयागराज :रिपोर्ट इंद्रसेन सिंह:जारी शंकरगढ़ के अंतर्गत ग्राम पंचायत झंझरा चौबे के सरपंच एवं सचिव पर शासकीय तालाब से मिट्टी खोदकर बेचे जाने का आरोप ग्रामीणों द्वारा लगाया गया है बताया गया है कि सरपंच - सचिव खुलेआम सरकारी तालाब में जेसीबी लगाकर मिट्टी की खुदाई कर रहे हैं वह मिट्टी कहां जा रही है इसकी जानकारी भी ग्रामीणों को नहीं है ताज्जुब की बात यह है कि जब ग्राम पंचायत में सड़क निर्माण के कोई काम नहीं चल रहे हैं ऐसी स्थिति में शासकीय तालाब से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रालियां निकाली जाने वाली मिट्टी कहां जाती हैं यह किसी को जानकारी नहीं है वहीं सरपंच झंझरा तालाब का गहरीकरण बता रहे हैं उन्होंने जो जानकारी दी वह चौंकाने वाली है सरपंच द्वारा बताया गया कि तालाब से निकाली जाने वाली मिट्टी जरूरतमंदों को दी जा रही है जिसमें पंचायत द्वारा शुल्क जमा कर मिट्टी दी जा रही है गौर करने वाली बात यह है कि ग्राम पंचायत के किसी भी खाते में शासकीय तालाब से खोदी गई मिट्टी से आने वाली आमदनी का ब्यौरा नहीं दर्शाया गया है । ऐसे में पंचायत में होने वाली आमदनी की बात किसी के गले नहीं उतर रही है
ऐसी खुदाई कि ऊपर चढ़ पाना मुश्किल
झंझरा चौबे ग्राम पंचायत के झंझरा गांव के सरकारी तालाब में की जा रही खुदाई की अगर तस्वीर देखी जाए तो डरावनी लग रही है ग्राम पंचायत के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा गहरीकरण के नाम पर जो सौदेबाजी निकलने वाली मिट्टी पर की गई है तालाब देखने से या प्रतीत होता है कि अगर कोई इस तालाब के अंदर जाता है तो वह बाहर नहीं निकल पाएगा पूरे तालाब को खाई की शक्ल दे दी गई है बरसात के दिनों में अगर वह तालाब पूरी तरह से भर जाएगा ,ऐसी स्थित में ना तो लोग वहां पर नहा सकेगें और ना ही तालाब से अन्य कोई भी दिनचर्या का कार्य कर सकेंगे कॉलोनाइजर को बेची जा रही तालाब की मिट्टी
झंझरा गांव के सरकारी तालाब में की जा रही खुदाई के बाद जो मिट्टी निकाली जा रही है वह अवैध कॉलोनाइजरों को बेची जा रही है यह जानकारी मिट्टी ले जाने वाले ड्राइवरों द्वारा दी गई है लोगों की माने तो नारीबारी के विभिन्न गांवों में बनने वाले मकानों में भी तालाब की मिट्टी भेजी गई है दो वर्षो से लगातार की गई तालाब की खुदाई के बाद तालाब की शक्ल ही बदल गई है ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि जिले के मानचित्र से एक और तालाब को गायब करने की तैयारी ग्राम पंचायत के जिम्मेदार लोगों द्वारा की जा रही है ।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
झंझरा चौबे ग्राम पंचायत के झंझरा गांव के सरकारी तालाब में की जा रही खुदाई की अगर तस्वीर देखी जाए तो डरावनी लग रही है ग्राम पंचायत के जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा गहरीकरण के नाम पर जो सौदेबाजी निकलने वाली मिट्टी पर की गई है तालाब देखने से या प्रतीत होता है कि अगर कोई इस तालाब के अंदर जाता है तो वह बाहर नहीं निकल पाएगा पूरे तालाब को खाई की शक्ल दे दी गई है बरसात के दिनों में अगर वह तालाब पूरी तरह से भर जाएगा ,ऐसी स्थित में ना तो लोग वहां पर नहा सकेगें और ना ही तालाब से अन्य कोई भी दिनचर्या का कार्य कर सकेंगे कॉलोनाइजर को बेची जा रही तालाब की मिट्टी
झंझरा गांव के सरकारी तालाब में की जा रही खुदाई के बाद जो मिट्टी निकाली जा रही है वह अवैध कॉलोनाइजरों को बेची जा रही है यह जानकारी मिट्टी ले जाने वाले ड्राइवरों द्वारा दी गई है लोगों की माने तो नारीबारी के विभिन्न गांवों में बनने वाले मकानों में भी तालाब की मिट्टी भेजी गई है दो वर्षो से लगातार की गई तालाब की खुदाई के बाद तालाब की शक्ल ही बदल गई है ऐसे में यह कहना गलत नहीं होगा कि जिले के मानचित्र से एक और तालाब को गायब करने की तैयारी ग्राम पंचायत के जिम्मेदार लोगों द्वारा की जा रही है ।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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