कौशाम्बी।मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र में अपराध सिर चढ़कर बोल रहे है और कोतवाली पुलिस अपराधियों पर अंकुश लगाने में विफल दिखाई पड़ रही है। गांव बाजार कस्बों में आए दिन अपराध की घटनाएं हो रही है जिससे आम जनमानस परेशान हैं। अब जनपद मुख्यालय मंझनपुर में बेखौफ बाइक चोर घटनाओं को अंजाम देने में भय नहीं खाते हैं। कलेक्ट्रेट जैसे अति वीआईपी क्षेत्र में चोरों ने दखल दे दिया है और कलेक्ट्रेट परिसर में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सीसीटीवी कैमरे को धता बताते हुए चोरों ने अपर जिला अधिकारी न्यायालय के सामने से अधिवक्ता की बाइक पार कर दी है।
बताया जाता है कि सुधीर कुमार मिश्रा पुत्र सुरेश कुमार मिश्रा निवासी नगर पालिका परिषद भरवारी कशिया पूरब जनपद कचहरी में अधिवक्ता हैं 9 जून को वह कचहरी के सीट से जिलाधिकारी कार्यालय गए थे जहां उन्होंने अपर जिलाधिकारी के अदालत के सामने अपनी बाइक खड़ी कर दी और जब कुछ देर बाद अधिवक्ता सुधीर कुमार मिश्रा वापस लौटे तो एडीएम न्यायालय के सामने से उनकी बाइक गायब थी। बाइक गायब होने के बाद अधिवक्ता परेशान हो गए काफी खोजबीन की लेकिन बाइक की जानकारी नहीं मिल सकी अब सवाल उठता है कि अति वीवीआईपी क्षेत्र कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बावजूद मंझनपुर मुख्यालय में चोरों के हौसले इतने बुलंद हैं तो कस्बा बाजार गांव में चोरों के हौसले कितने बुलंद होंगे उन्हें पुलिस प्रशासन का क्या भय रह गया होगा।
आम जनमानस की मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था की क्या स्थिति होगी इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। कलेक्टर परिसर से बाइक चोरी होने के बाद मुख्यालय की सुरक्षा व्यवस्था में तमाम सवाल खड़े हो गए हैं जबकि कलेक्ट्रेट के ठीक सामने सिविल लाइंस चौकी की स्थापना पुलिस अधिकारियों ने की है लेकिन सिविल लाइंस चौकी इंचार्ज पूरे दिन पूरे महीने पुलिस चौकी में ताला बंद कर केवल वसूली में मशगूल रहते हैं यह पुलिस चौकी का कभी ताला ही नहीं खुलता है यहां तैनात पुलिस के जवान क्या करते हैं इस बारे में जांच किए जाने की जरूरत है।
बताया जाता है कि सुधीर कुमार मिश्रा पुत्र सुरेश कुमार मिश्रा निवासी नगर पालिका परिषद भरवारी कशिया पूरब जनपद कचहरी में अधिवक्ता हैं 9 जून को वह कचहरी के सीट से जिलाधिकारी कार्यालय गए थे जहां उन्होंने अपर जिलाधिकारी के अदालत के सामने अपनी बाइक खड़ी कर दी और जब कुछ देर बाद अधिवक्ता सुधीर कुमार मिश्रा वापस लौटे तो एडीएम न्यायालय के सामने से उनकी बाइक गायब थी। बाइक गायब होने के बाद अधिवक्ता परेशान हो गए काफी खोजबीन की लेकिन बाइक की जानकारी नहीं मिल सकी अब सवाल उठता है कि अति वीवीआईपी क्षेत्र कड़ी सुरक्षा व्यवस्था और सीसीटीवी कैमरे लगे होने के बावजूद मंझनपुर मुख्यालय में चोरों के हौसले इतने बुलंद हैं तो कस्बा बाजार गांव में चोरों के हौसले कितने बुलंद होंगे उन्हें पुलिस प्रशासन का क्या भय रह गया होगा।
आम जनमानस की मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था की क्या स्थिति होगी इसका सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। कलेक्टर परिसर से बाइक चोरी होने के बाद मुख्यालय की सुरक्षा व्यवस्था में तमाम सवाल खड़े हो गए हैं जबकि कलेक्ट्रेट के ठीक सामने सिविल लाइंस चौकी की स्थापना पुलिस अधिकारियों ने की है लेकिन सिविल लाइंस चौकी इंचार्ज पूरे दिन पूरे महीने पुलिस चौकी में ताला बंद कर केवल वसूली में मशगूल रहते हैं यह पुलिस चौकी का कभी ताला ही नहीं खुलता है यहां तैनात पुलिस के जवान क्या करते हैं इस बारे में जांच किए जाने की जरूरत है।
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