प्रयागराज :रिपोर्ट इंद्रसेन सिंह:जारी शंकरगढ़ नारीबारी क्षेत्र में धड़ल्ले से बिना अनुमति दर्जनों से अधिक फैक्ट्रियां चल रही हैं फर्नीचर की दुकानों तक का लाइसेंस नहीं है वन विभाग को अवैध कारोबार की जानकारी है लेकिन कार्रवाई नहीं की जा रही है वन विभाग की लापरवाही के कारण ही माफिया फल - फूल रहे हैं नारीबारी क्षेत्र में करीब दर्जनों फैक्ट्रियां ऐसी हैं जिनके पास लाइसेंस तक नहीं है बिना वन विभाग से अनुमति लिए डायरेक्ट लकड़ियों का स्टॉक और कटाई जारी है टेबल कुर्सी सहित अन्य चीजों के निर्माण का कारखाना चलाया जा रहा है इस अवैध कारोबार को रोकने की जगह इन्हें वन विभाग के अधिकारी ही पनाह दे रहे हैं दुकानों से महीने में मोटी रकम वसूल कर इन्हें अभय दान दिया जा रहा है शंकरगढ़ नारीबारी के कई हिस्सों में इस तरह की दुकानें और फैक्ट्रियां संचालित हो रही हैं ,इसकी जानकारी वन विभाग के अधिकारियों को है उन्हें यह भी पता है कि फैक्ट्रियां और दुकान अवैध है लेकिन कार्यवाही किसी के खिलाफ नहीं होती है इन छोटी - छोटी फैक्ट्रियों में भी जंगलों से सीधे कटकर लकड़ियां पहुंचती हैं वन विभाग के कर्मचारी भी बिना टीपी के लकड़िया लाने वाले वाहनों को नहीं पकड़ते इसके अलावा शंकरगढ़ - नारीबारी से सटे पड़ोसी जिले के वनखंडो से भी लकड़ियां अवैध तरीके से इन फैक्ट्रियों तक पहुंच रही हैं
बड़े पैमाने पर खपती हैं लकड़ियां वन विभाग के अधिकारियों को यह पता नहीं है कि छोटी - छोटी आरा मशीन चलाने वाले संचालक लकड़िया कहां से लाते हैं , इन छोटी दुकानों और फैक्ट्रियों में कई टन लकड़ियां एक ही दिन में खप जाती हैं इन दुकानों में रजिस्टर तक मेंटेन नहीं होता है , ऐसे में अंदाजा लगाया जा सकता है कि फैक्ट्रियों में अवैध तरीके से कितनी लकड़ियां खप जाती हैं
जुर्माना और सजा का नही है खौफ
शंकरगढ़ नारीबारी क्षेत्र में जिस तरह से वन और लकड़ियों का दोहन हो रहा है यदि उस पर सख्ती बरती जाए तो कईयों पर प्रकरण दर्ज होना तय है वन अधिनियम के तहत अवैध लकड़ियों की तस्करी भंडारण और फैक्ट्री के संचालन पर जुर्माना और सजा का भी प्रावधान है हालांकि वन विभाग की लापरवाही के कारण कार्रवाई नहीं हो पा रही है
धड़ल्ले से चल रही आरा मशीन
लकड़ियों की फैक्ट्रियां शंकरगढ़ - नारीबारी के कई हिस्सों में संचालित है इसमें रानीगंज नारीबारी देवरा और गदामार व शंकरगढ़ के आसपास सर्वाधिक दुकानें चल रही हैं इनकी जांच आज तक नहीं कि गई ।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
जुर्माना और सजा का नही है खौफ
शंकरगढ़ नारीबारी क्षेत्र में जिस तरह से वन और लकड़ियों का दोहन हो रहा है यदि उस पर सख्ती बरती जाए तो कईयों पर प्रकरण दर्ज होना तय है वन अधिनियम के तहत अवैध लकड़ियों की तस्करी भंडारण और फैक्ट्री के संचालन पर जुर्माना और सजा का भी प्रावधान है हालांकि वन विभाग की लापरवाही के कारण कार्रवाई नहीं हो पा रही है
धड़ल्ले से चल रही आरा मशीन
लकड़ियों की फैक्ट्रियां शंकरगढ़ - नारीबारी के कई हिस्सों में संचालित है इसमें रानीगंज नारीबारी देवरा और गदामार व शंकरगढ़ के आसपास सर्वाधिक दुकानें चल रही हैं इनकी जांच आज तक नहीं कि गई ।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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