जौनपुर नवभारत साक्षरता के तहत अब सभी को ज्ञान मिलेगा, बेसिक शिक्षा विभाग 15 साल से अधिक आयु वर्ग वालों को पढ़ाएगा, जिले के हर व्यक्ति को साक्षर बनाने के साथ-साथ जीवन कौशल विकसित किया जाएगा, इसके लिए वह आत्मनिर्भर बन सके, इस कार्यक्रम के तहत जो पढ़ने के इच्छुक होंगे उनका रजिस्ट्रेशन किया जाएगा, नवभारत साक्षरता कार्यक्रम के लिए ब्लॉक से लेकर स्कूल तक जिम्मेदारी दी जाएगी।
प्रशिक्षण में मास्टर ट्रेनर को प्रशिक्षित करके विकास खंडो में भेजा जा रहा है, प्रत्येक ब्लॉक से दो अध्यापको को प्रशिक्षण दिया जा रहा है,
डायट प्राचार्य डॉ राकेश सिंह ने बताया कि एन आई एल पी एप्प के माध्यम से सर्वेक्षण एवम पंजीकरण सीखना सीखाना व बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के साथ-साथ जीवन कौशल शामिल है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉक्टर गोरखनाथ पटेल ने बताया कि सरकारी व सहायता प्राप्त विद्यालयों में वालंटियर के माध्यम से योजनाओं का संचालन किया जाएगा।
प्रशिक्षण में प्रशिक्षक अखिलेश कुमार मौर्य श्रीमती किरनत्रिपाठी द्वारा बताया गया कि अक्षर ज्ञान के साथ-साथ वित्तीय साक्षरता, डिजिटल साक्षरता, कानूनी साक्षरता का ज्ञान दिया जाएगा, व्यवसायिक कौशल देकर रोजगार प्राप्त करने लायक बनाना, इसमे विज्ञान प्रौधौगिकी, खेल से भरपूर रोचक सामग्री से रूचि के विषयशामिल होंगे।
नवभारत साक्षरता कार्यक्रम में वरिष्ठ प्रवक्ता मनीष कुमार सिंह ने बताया कि साक्षरता कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बुनियादी साक्षरता ज्ञान के साथ-साथ क्रिटीकल जीवन से संबंधित जानकारी शिक्षण संवाद के माध्यम से प्रदान की जानी है।प्रशिक्षण में डॉक्टर संतोष कुमार तिवारी, सुनील कुमार सिंह, उमा नाथ यादव , आशीष श्रीवास्तव ने प्रशिक्षण के रोडमैप पर विस्तार से चर्चा किया। प्रशिक्षण प्राप्त करनेवाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया। प्रशिक्षण में विष्णु शंकर सिंह , डॉक्टर संतोष तिवारी , सुनील सिंह , शिवाकांत तिवारी, प्रभाकर शुक्ला, चतुर्भुज यादव, नेमचंद , चंद्र प्रकाश Itself, अनंत यादव, मनोज सिंह, अजीत कुमार, राजेश उपाध्याय , सबेन्द्र यादव , ममता गुप्ता आदि उपस्थित रही।
प्रशिक्षण के अंत मे जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता, सत्येंद्र गुप्ता द्वारा आभार व्यक्त किया गया।
डायट प्राचार्य डॉ राकेश सिंह ने बताया कि एन आई एल पी एप्प के माध्यम से सर्वेक्षण एवम पंजीकरण सीखना सीखाना व बुनियादी साक्षरता और संख्या ज्ञान के साथ-साथ जीवन कौशल शामिल है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी डॉक्टर गोरखनाथ पटेल ने बताया कि सरकारी व सहायता प्राप्त विद्यालयों में वालंटियर के माध्यम से योजनाओं का संचालन किया जाएगा।
प्रशिक्षण में प्रशिक्षक अखिलेश कुमार मौर्य श्रीमती किरनत्रिपाठी द्वारा बताया गया कि अक्षर ज्ञान के साथ-साथ वित्तीय साक्षरता, डिजिटल साक्षरता, कानूनी साक्षरता का ज्ञान दिया जाएगा, व्यवसायिक कौशल देकर रोजगार प्राप्त करने लायक बनाना, इसमे विज्ञान प्रौधौगिकी, खेल से भरपूर रोचक सामग्री से रूचि के विषयशामिल होंगे।
नवभारत साक्षरता कार्यक्रम में वरिष्ठ प्रवक्ता मनीष कुमार सिंह ने बताया कि साक्षरता कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बुनियादी साक्षरता ज्ञान के साथ-साथ क्रिटीकल जीवन से संबंधित जानकारी शिक्षण संवाद के माध्यम से प्रदान की जानी है।प्रशिक्षण में डॉक्टर संतोष कुमार तिवारी, सुनील कुमार सिंह, उमा नाथ यादव , आशीष श्रीवास्तव ने प्रशिक्षण के रोडमैप पर विस्तार से चर्चा किया। प्रशिक्षण प्राप्त करनेवाले प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किया गया। प्रशिक्षण में विष्णु शंकर सिंह , डॉक्टर संतोष तिवारी , सुनील सिंह , शिवाकांत तिवारी, प्रभाकर शुक्ला, चतुर्भुज यादव, नेमचंद , चंद्र प्रकाश Itself, अनंत यादव, मनोज सिंह, अजीत कुमार, राजेश उपाध्याय , सबेन्द्र यादव , ममता गुप्ता आदि उपस्थित रही।
प्रशिक्षण के अंत मे जिला समन्वयक सामुदायिक सहभागिता, सत्येंद्र गुप्ता द्वारा आभार व्यक्त किया गया।
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