प्रयागराज :रिपोर्ट रिवेंदर सिंह:शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत नीरज गुप्ता पुत्र भगवान दास गुप्ता द्वारा अवैध तरीके से जमीन हड़प कर वाशिंग प्लांट चलाया जा रहा है जहां पर देखने और सोचने वाली बात यह है कि एक गढ़वा का किला जो पुरातत्व दुर्ग के नाम से जाना जाता है वहीं उसकी इतनी छमता है कि जिसने अपनी छमता दिखाते हुए पश्चिम दिशा से एक तालाब से होते हुए गढ़वा किला के अंदर दो बावलियों में पानी इकट्ठा होते हुए वह पानी दूसरे तलाव पूर्व दिशा के लिए निकलता हुआ दिखता है जो सीधे सड़क पर बने पुल के नीचे से होते हुए दूसरे तलाव पूर्व दिशा के लिए जाता है लेकिन राजस्व विभागीय अनदेखी के कारण प्रशासन की लापरवाही के कारण नीरज गुप्ता नाम का व्यक्ति उस तालाब के बहते हुए पानी का मेन तालाब का रुख मोड़ कर अपनी वाशिंग प्लांट की तरफ मोड़ लिया है जिससे वह पानी का दोहन करते हुए अपना सिलिका सैंड का धुलाई करता हैं वहीं जब इसके द्वारा गलत तरीके से सामाजिक पुरातत्व को नष्ट करते हुए यह गलत काम कर रहा था तो तथा उसके साथ अब गलत तरीके से काश्तकारों की जमीन को कब्जा कर रहा है जिसको देखते हुए एक मामला सामने आया कि उसकी जमीन मौजा शिवराजपुर में 82 रकवा नंबर से लेकर 90 नंबर तक हैं वह भी मौजा शिवराजपुर में परंतु प्रशासन की मिलीभगत के कारण वह मौजा बंड़गड़ी के राजनरायन सिंह आदि रकवा 299,300,301,298,305, के दाखिल कास्तकार हैं। परंतु कास्तकारो की जमीन पर कब्जा करते हुए अवैध वाशिंग प्लांट चलाने को कोशिश कर रहा है जब कास्तकार उसको रोकने जातें हैं कि हमारी भूमि पर आप अवैध कार्य न करें तो नीरज गुप्ता उल्टा काश्तकारों की जमीन पर कब्जा करते हुए गलत तरीके से तहसील व थाना में एप्लीकेशन देकर काश्तकारों को ही धमका रहा है। वही जानकारी के मुताबिक जिसकी लीज जनवां गांव में है जिसकी वाशिंग प्लांट गढ़वा किला के पास चलती है आख़िर कैसे जहां से सूत्र बताता है कि शिल्का सैंड वहां से आता भी नहीं है। जो अवैध तरीके से आसपास के लोगों से खनन करा कर वहां से सिलिका सैंड लेता है रही दूसरी बात कि वही एक अभी मामला सामने आया है कि तालाव पर कब्जा करने को लेकर शंकरगढ़ के गुड़िया तालाब नगर पंचायत में आधा दर्जन से अधिक प्रधानमंत्री आवास बुलडोजर से तोड़े गए हैं जिसमें सोचने वाली बात यह भी थी कि प्रधानमंत्री आवास शामिल थे तो सोचने वाली बात यह है कि जब प्रधानमंत्री आवास तोड़े गए तो जिस किला दुर्ग की संरक्षण केंद्र कर रही है तो यहां कार्यवाही नहीं हो सकती या दबंग व्यक्ति है कि एक किला के तालाब को पाटते हुए तथा सिलिका सैंड के डस्ट से उसको पाट रहा है और वह धीरे-धीरे काफी पट भी चुका है। जिस पर किसी भी सरकारी महकमा का नजर नहीं है। उसके बाद भी अगला दबंग व्यक्ति सड़क के किनारे धड़ल्ले से वाशिंग प्लांट भी चला रहा है जो कि मौजूदा हालत में इस समय शिवराजपुर से प्रतापपुर की हाइवे सड़क बन रही है जिस प्रकार अरबों रुपए खर्च हो रहे हैं।जिसको यह अपनी ओवरलोड ट्रक ट्रैक्टरों से धस्त भी कर रहा है जिसको उस रोड से गुजरने वाले अधिकारी देख कर तमाशा चले जा रहे हैं आखिर यह कैसे हो रहा है की प्रशासन पैसे वालों के आगे नतमस्तक हो जाती है। अगर गुड़िया तालाब पर कार्रवाई हो सकती है तो अवैध कब्जे को लेकर इस केंद्र सरकार के तालाब के मामले में कार्यवाही हों सकतीं है अगर जिम्मेदार व्यक्तियों का सिस्टम नहीं होगा तो जो तालाब को पाटकर तालाब के नाले का रुख मोड़ कर वह अपनी वाशिंग प्लांट चला रहा है।
डीआरएस न्यूज नेटवर्क
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