बहराइच :रिपोर्ट फिरदौस आलम:बदलते मौसम के बीच नवाबगंज व मिहींपुरवा विकासखंड क्षेत्र के कई इलाके मच्छर जनित बीमारियों के प्रकोप में आ गए हैं। सबसे ज्यादा परेशानी दोनों विकासखंडो के कस्बों में देखने को मिल रही है।
जहां पूरा का पूरा परिवार वायरल बुखार की चपेट में आ गया है। वहीं दोनों विकासखंडो में दर्जनों लोगों में डेंगू के भी लक्षण मिले हैं। सीएचसी से लेकर निजी चिकित्सकों के यहां मरीजों की भारी भीड़ उमड़ रही है।
बाबागंज में ज्यादातर मरीज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चरदा का रुख न करके निजी चिकित्सकों के यहां अपना इलाज करवा रहे हैं। हालांकि सीएचसी अधीक्षक सारी सुविधाएं उपलब्ध होने और मरीजों में जागरुकता का अभाव होने की बात कह रहे हैं। वहीं सीएचसी में डेंगू के चार बेड आरक्षित करने की बात विभागीय डॉक्टर बता रहे है।
चरदा के मरीजों ने बताया कि पैर में सूजन, शरीर में खुजलाहट, तेज बुखार, प्लेटलेट की कमी और बुखार न छोड़ने के साथ-साथ शरीर में छोटे-छोटे दाने निकल रहे हैं। वहीं मरीजों का आरोप है, कि जब सीएचसी में बेहतर इलाज नहीं मिल पाता तो मजबूरी वश हजारों रुपए खर्च कर निजी चिकित्सक के यहां जाना पड़ता है। क्षेत्र में कस्बा व ग्रामीण क्षेत्र मिलाकर 600 से अधिक मरीज वायरल बुखार से पीड़ित हैं। मिहींपुरवा में वायरल बुखार व डेंगू का आतंक
मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र में बरसात होने के बाद से तेजी से वायरल बुखार व डेंगू फैल रहा है।सरकारी अस्पताल, प्राइवेट अस्पताल व पैथालाजी पर इससे पीड़ित मरीजों की भारी भीड़ उमड़ रही है। वहीं ग्रामीण दवाई का छिड़काव न होने से मच्छर जनित बीमारी फैलने की बात कह रहे हैं। मिहीपुरवा नगर पंचायत के हर घर में लगभग एक से दो मरीज वायरल बुखार की चपेट में हैं। वहीं कई मरीजों में प्लेटलेट्स की कमी के चलते मरीज डेंगू फैलने को लेकर परेशान हैं।
अकेले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोतीपुर पर प्रतिदिन 500 से 600 की संख्या में वायरल बुखार व डेंगू के संदिग्ध मरीज जांच व इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं निजी चिकित्सकों के यहां इलाज करवाने वाले मरीजों की संख्या भी सैकड़ो में है। सीएचसी अधीक्षक डाॅ. अनुराग वर्मा ने बताया कि पंचायतों को नियमित रूप से दवाई का छिड़काव कराना चाहिए, जिससे संक्रामक रोगो की रोकथाम की जा सके। बोले मरीज, निजी चिकित्सक के यहां खर्च हो रहे हजारों
भगवानपुर करिंगा निवासी बछराज ने बताया वह डेंगू से पीड़ित हैं। वहीं उनका पूरा परिवार बीमारी की चपेट में हैं। जिसके चलते जांच व दवा के नाम पर हजारों खर्च हो चुके हैं। वहीं अभी भी इलाज जारी। वहीं बाबागंज कस्बा निवासी अजय कुमार गुप्ता ने बताया कि वह भी डेंगू व टाइफाइड बुखार से पीड़ित हैं और निजी चिकित्सक के यहां इलाज करवा रहे हैं। इसी प्रकार कस्बा निवासी राजेन्द्र गुप्ता, सचिन यगसैनी, शिवकुमार पटवा, रामगोपाल गुप्ता, राजन गुप्ता आदि ने भी डेंगू-टाइफाइड बुखार से पीड़ित होेने व निजी चिकित्सक के यहां इलाज करवाने की बात कही।लोगों में जागरुकता का अभाव सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चरदा के अधीक्षक डॉ. आरएन वर्मा ने बताया कि सीएचसी पर डेंगू की जांच उपलब्ध है और प्रतिदिन जांच हो रही है। कुछ मरीजों में जागरुकता का अभाव है और वह बिना जानकारी के निजी चिकित्सकों का रुख कर रहे हैं।
डीआरएस न्यूज नेटवर्क बहराइच
बाबागंज में ज्यादातर मरीज सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चरदा का रुख न करके निजी चिकित्सकों के यहां अपना इलाज करवा रहे हैं। हालांकि सीएचसी अधीक्षक सारी सुविधाएं उपलब्ध होने और मरीजों में जागरुकता का अभाव होने की बात कह रहे हैं। वहीं सीएचसी में डेंगू के चार बेड आरक्षित करने की बात विभागीय डॉक्टर बता रहे है।
चरदा के मरीजों ने बताया कि पैर में सूजन, शरीर में खुजलाहट, तेज बुखार, प्लेटलेट की कमी और बुखार न छोड़ने के साथ-साथ शरीर में छोटे-छोटे दाने निकल रहे हैं। वहीं मरीजों का आरोप है, कि जब सीएचसी में बेहतर इलाज नहीं मिल पाता तो मजबूरी वश हजारों रुपए खर्च कर निजी चिकित्सक के यहां जाना पड़ता है। क्षेत्र में कस्बा व ग्रामीण क्षेत्र मिलाकर 600 से अधिक मरीज वायरल बुखार से पीड़ित हैं। मिहींपुरवा में वायरल बुखार व डेंगू का आतंक
मिहींपुरवा तहसील क्षेत्र में बरसात होने के बाद से तेजी से वायरल बुखार व डेंगू फैल रहा है।सरकारी अस्पताल, प्राइवेट अस्पताल व पैथालाजी पर इससे पीड़ित मरीजों की भारी भीड़ उमड़ रही है। वहीं ग्रामीण दवाई का छिड़काव न होने से मच्छर जनित बीमारी फैलने की बात कह रहे हैं। मिहीपुरवा नगर पंचायत के हर घर में लगभग एक से दो मरीज वायरल बुखार की चपेट में हैं। वहीं कई मरीजों में प्लेटलेट्स की कमी के चलते मरीज डेंगू फैलने को लेकर परेशान हैं।
अकेले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मोतीपुर पर प्रतिदिन 500 से 600 की संख्या में वायरल बुखार व डेंगू के संदिग्ध मरीज जांच व इलाज के लिए पहुंच रहे हैं। वहीं निजी चिकित्सकों के यहां इलाज करवाने वाले मरीजों की संख्या भी सैकड़ो में है। सीएचसी अधीक्षक डाॅ. अनुराग वर्मा ने बताया कि पंचायतों को नियमित रूप से दवाई का छिड़काव कराना चाहिए, जिससे संक्रामक रोगो की रोकथाम की जा सके। बोले मरीज, निजी चिकित्सक के यहां खर्च हो रहे हजारों
भगवानपुर करिंगा निवासी बछराज ने बताया वह डेंगू से पीड़ित हैं। वहीं उनका पूरा परिवार बीमारी की चपेट में हैं। जिसके चलते जांच व दवा के नाम पर हजारों खर्च हो चुके हैं। वहीं अभी भी इलाज जारी। वहीं बाबागंज कस्बा निवासी अजय कुमार गुप्ता ने बताया कि वह भी डेंगू व टाइफाइड बुखार से पीड़ित हैं और निजी चिकित्सक के यहां इलाज करवा रहे हैं। इसी प्रकार कस्बा निवासी राजेन्द्र गुप्ता, सचिन यगसैनी, शिवकुमार पटवा, रामगोपाल गुप्ता, राजन गुप्ता आदि ने भी डेंगू-टाइफाइड बुखार से पीड़ित होेने व निजी चिकित्सक के यहां इलाज करवाने की बात कही।लोगों में जागरुकता का अभाव सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चरदा के अधीक्षक डॉ. आरएन वर्मा ने बताया कि सीएचसी पर डेंगू की जांच उपलब्ध है और प्रतिदिन जांच हो रही है। कुछ मरीजों में जागरुकता का अभाव है और वह बिना जानकारी के निजी चिकित्सकों का रुख कर रहे हैं।
डीआरएस न्यूज नेटवर्क बहराइच
No comments:
Post a Comment