दो पुलियों के बीच शंकरगढ़ थाना व बाजार व स्कूल स्टेशन, मिट्टी की रपटा ख़तरे में
प्रयागराज :रिपोर्ट रिवेंदर सिंह:शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत 6 महीने से शिवराजपुर के पास बन रही पुलिया का निर्माण आधे अधूरे पर छोड़ दिया गया है बगल में कुछ मिट्टी व गिट्टी डालकर रास्ता बनाया गया था वह भी इस समय बड़ी बुरी कंडीशन पर चल रही है। आए दिन उस पुलिया पर कहीं कोई साधन फस जा रहे हैं कहीं जाम लग जा रहा है कहीं पानी मिट्टी के ऊपर से बहने लगता है जो एक जिंदगी और मौत की स्थिति पैदा कर रही है इसी तरह उक्त पुलिया से 5-6 किलोमीटर की दूरी पर एक पुलिया और है जों नारी-बारी को जाती हैं वह पुलिया कल्याणपुर गांव के पास उक्त गांव के नाम से जाना जाता है जिसकी भी बड़ी बुरी कंडीशन कभी कभी देखने को मिलती हैं बरसात में हर वर्ष अखबारों की सुर्खियों में छाई रहती हैं परंतु जिम्मेदार अधिकारी जब खबर प्रकाशित होती है तो अखबार के माध्यम से खूब देखते हैं की आदमी कैसे आ जा रहा है लेकिन किसी तरह का इनका उक्त पुलिया पर भी निगाह नहीं जा रहा हैं न ये किसी को बोलते होंगे कि कम से कम ठेकेदार लोग जो काम करें तो करें उसे आधे अधूरे पर मत छोड़ें और ऐसा काम करें कि किसी राहगीर को दिक्कत न आएं और लोगों की जिंदगी दाव पर ना लगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं है । वहीं जब लोग आज़ की स्थिति में शिवराजपुर पुलिया को सोचते हुए जब घर से निकलते हैं तो कई बार सोचते हैं आज तो घर से निकल दिया है शंकरगढ़ बाजार व थाना व स्टेशन जा रहा हूं क्या वापस अपने घर लौटते समय पहुंच पाउंगा या नहीं कुछ ऐसी स्थिति शिवराजपुर पुलिया को लेकर बनी रहती है लेकिन जिम्मेदार लोग अपनी जरूरत के समय पर अपने जरूरत के लिए ध्यान देते हैं आज जहां जनता व जनमानस की जरूरत है तो किसी का ध्यान आकर्षित नहीं हो रहा है फिलहाल गांव से निकलने वाले लोग यह सोचकर निकल जाते हैं कि आज तो हम अपना काम किसी तरह से पूरा करके ही आएंगे और लौटेंगे जो होगा देखा जायेगा। तो वहीं कछुए के चाल पर पुलिया निर्माण की स्थिति को देखते हुए क्षेत्रीय संदीप सिंह सरकार पर निशाना साधते हुए कहते हैं कि इनको आज़ कर रहे हैं कर लेने दो जिम्मेदार ठेकेदारों की मनमानी का खामियाजा कल सरकार भुकतेगी, और अपना भी समय आएगा जब यह अपनी जरूरत के लिए हमारे दरवाजे पर आएंगे।
प्रयागराज :रिपोर्ट रिवेंदर सिंह:शंकरगढ़ थाना क्षेत्र के अंतर्गत 6 महीने से शिवराजपुर के पास बन रही पुलिया का निर्माण आधे अधूरे पर छोड़ दिया गया है बगल में कुछ मिट्टी व गिट्टी डालकर रास्ता बनाया गया था वह भी इस समय बड़ी बुरी कंडीशन पर चल रही है। आए दिन उस पुलिया पर कहीं कोई साधन फस जा रहे हैं कहीं जाम लग जा रहा है कहीं पानी मिट्टी के ऊपर से बहने लगता है जो एक जिंदगी और मौत की स्थिति पैदा कर रही है इसी तरह उक्त पुलिया से 5-6 किलोमीटर की दूरी पर एक पुलिया और है जों नारी-बारी को जाती हैं वह पुलिया कल्याणपुर गांव के पास उक्त गांव के नाम से जाना जाता है जिसकी भी बड़ी बुरी कंडीशन कभी कभी देखने को मिलती हैं बरसात में हर वर्ष अखबारों की सुर्खियों में छाई रहती हैं परंतु जिम्मेदार अधिकारी जब खबर प्रकाशित होती है तो अखबार के माध्यम से खूब देखते हैं की आदमी कैसे आ जा रहा है लेकिन किसी तरह का इनका उक्त पुलिया पर भी निगाह नहीं जा रहा हैं न ये किसी को बोलते होंगे कि कम से कम ठेकेदार लोग जो काम करें तो करें उसे आधे अधूरे पर मत छोड़ें और ऐसा काम करें कि किसी राहगीर को दिक्कत न आएं और लोगों की जिंदगी दाव पर ना लगे। लेकिन ऐसा कुछ नहीं है । वहीं जब लोग आज़ की स्थिति में शिवराजपुर पुलिया को सोचते हुए जब घर से निकलते हैं तो कई बार सोचते हैं आज तो घर से निकल दिया है शंकरगढ़ बाजार व थाना व स्टेशन जा रहा हूं क्या वापस अपने घर लौटते समय पहुंच पाउंगा या नहीं कुछ ऐसी स्थिति शिवराजपुर पुलिया को लेकर बनी रहती है लेकिन जिम्मेदार लोग अपनी जरूरत के समय पर अपने जरूरत के लिए ध्यान देते हैं आज जहां जनता व जनमानस की जरूरत है तो किसी का ध्यान आकर्षित नहीं हो रहा है फिलहाल गांव से निकलने वाले लोग यह सोचकर निकल जाते हैं कि आज तो हम अपना काम किसी तरह से पूरा करके ही आएंगे और लौटेंगे जो होगा देखा जायेगा। तो वहीं कछुए के चाल पर पुलिया निर्माण की स्थिति को देखते हुए क्षेत्रीय संदीप सिंह सरकार पर निशाना साधते हुए कहते हैं कि इनको आज़ कर रहे हैं कर लेने दो जिम्मेदार ठेकेदारों की मनमानी का खामियाजा कल सरकार भुकतेगी, और अपना भी समय आएगा जब यह अपनी जरूरत के लिए हमारे दरवाजे पर आएंगे।
डीआरएस न्यूज नेटवर्क
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