बहराइच :रिपोर्ट फिरदौस आलम:कतर्नियाघाट से बुलाई गई हाथी जयमाला व चंपाकली भी नहीं लगा पाई सुराग खैरीघाट (बहराइच)। खैरीघाट क्षेत्र में दो शावकों के साथ मौजूद नरभक्षी तेंदुआ 15 दिन बाद भी पकड़ में नहीं आ सका है।वन कर्मी जहां खेतों की खाक छान रहे हैंं। वहीं कतर्नियाघाट से बुलाई गई हाथी जयमाला व चंपाकली भी तेंदुए का सुराग नहीं लगा पाई हैं।
थाना खैरीघाट क्षेत्र के ग्राम पंचायत चौकसाहार के मजरा झुंडी निवासी रामप्रताप की बेटी रामबेटी को 5 अक्तूबर, उपररिहन पुरवा चौकसाहार निवासी पैरू के बेटे रोहित को 10 अक्टूबर को तेंदुए ने मार डाला था। 15 अक्तूबर को डल्लापुरवा के तेलियन पुरवा निवासी भोले की पुत्री ममता व अनीसा को घायल कर दिया। 16 अक्तूबर को गैल ढकिया निवासी माता प्रसाद की बछिया को भी मार डाला।
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि तेंदुआ लगातार ठिकाना बदल कर लोगों पर हमला कर रहा है। बच्चे न तो स्कूल जा रहे हैं और न ही किसान खेत फसलों की रखवाली कर पा रहे हैं। इस बारे में नानपारा के रेंजर हरिओम श्रीवास्तव ने बताया कि तेंदुआ पकड़ने के लिए 10 पिंजड़े, 20 कैमरे व ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है। मेरठ, कतर्नियाघाट, दुधवा से वन विभाग की टीम बुलाई गई है। कतर्नियाघाट से चंपाकली व जयमाला भी तलाश कर रही हैं। वन विभाग की टीम लगातार क्षेत्रों में गश्त कर रही है।
डीआरएस न्यूज नेटवर्क
क्षेत्रीय लोगों का कहना है कि तेंदुआ लगातार ठिकाना बदल कर लोगों पर हमला कर रहा है। बच्चे न तो स्कूल जा रहे हैं और न ही किसान खेत फसलों की रखवाली कर पा रहे हैं। इस बारे में नानपारा के रेंजर हरिओम श्रीवास्तव ने बताया कि तेंदुआ पकड़ने के लिए 10 पिंजड़े, 20 कैमरे व ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है। मेरठ, कतर्नियाघाट, दुधवा से वन विभाग की टीम बुलाई गई है। कतर्नियाघाट से चंपाकली व जयमाला भी तलाश कर रही हैं। वन विभाग की टीम लगातार क्षेत्रों में गश्त कर रही है।
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