बहराइच। रिपोर्ट फिरदौस आलम:नेपाल सीमा पर अब तीसरी नजर की निगहबानी रहेगी। यहां सुरक्षा चाक-चौबंद करने के लिए पुलिस व प्रशासन ने नई रणनीति बनाई है। इसके तहत बाॅर्डर से सटे 30 गांवों में सीसीटीवी कैमरे लगवाएं जाएंगे।एक गांव में दस कैमरे लगाने की तैयारी है। ऐसे में दस गांवों में तीन सौ कैमरे लगेंगे। इससे सीमा के आस-पास होने वाले अवैध कामों पर रोक लग सकेगी वहीं अराजकतत्वों पर भी पैनी नजर रखी जा सकेगी।
जिले में नेपाल से करीब 95 किलोमीटर की खुली सीमा है। नवाबगंज, रूपईडीहा, मोतीपुर, सुजौली व मूर्तिहा थाना सीमा के पास स्थित है। वैसे तो सीमा के करीब सौ से अधिक गांव है लेकिन पहले चरण में ऐसे 30 गांव चिन्हित किए गए हैं जो बाॅर्डर से बिलकुल सटे है। इसके लिए पुलिस व प्रशासन की टीमें गांव जाकर लोगों से बैठक कर चर्चा भी कर रहे है।
पुलिस व ग्राम पंचायत के सहयोग से लगेंगे कैमरा
जिले में 1045 ग्राम पंचायते हैं। शासन के निर्देश को देखा जाए तो प्रत्येक गांव में सीसीटीवी कैमरे लगाने की बात कही गई है। लेकिन यहां पहले चरण में नेपाल सीमा से सटे तीस गांवों में कैमरे लगाने है। डीपीआरओ राघवेंद्र द्विवेदी ने बताया कि कैमरे लगाने के लिए पंचायत निधि से बजट दिया जाएगा। उन्होंने कहा पुलिस के सहयोग से यह काम कराया जाएगा।
तस्करों पर हो सकेगी कार्रवाई
नेपाल सीमा से जाली नोट, स्मैक व चरस की सबसे ज्यादा तस्करी की जाती है। पुलिस व एसएसबी की टीम आए दिन किसी न किसी तस्कर को पकड़कर जेल भेजती है। कैमरे लगने से अब ऐसा काम करने वाले लोगों को आसानी से चिन्हित करने में पुलिस को मदद मिल सकेगी। इसके बाद इन पर शिकंजा भी कसा जा सकेगा। वहीं इससे आम लोगों में सुरक्षा की भावना भी पैदा हो सकेगी। वहीं गांवों में होने वाली चोरी व छोटे और बड़े विवाद के मामलों में दोषियों को भी पुलिस आसानी से पकड़ सकेगी।
इन गांवों में लगेंगे कैमरे
नेपाल सीमा से सटे ग्राम पचपकरी, रंजीतबोझा, निविया ,सहजना, मनवरिया, पोखरा, गोकुलपुर ,साइगाव ,तेलियानी, सहाबा ,जैतापुर ,गंगापुर संतालिया समेत तीस गांवों में कैमरे लगेगे। यह गांव सीमा से करीब है जिससे यहां पर हर तरह के लोगों का आवागमन होता रहता है।ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत लग चुके 53 सौ कैमरे
जिले में पुलिस द्वारा शहर व प्रमुख कस्बों में अब तक 53 सौ सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम हो चुका है। पुलिस यह काम आपरेशन त्रिनेत्र के तहत करवा रही है। इसमें व्यापारियों व आम लोगों का सहयोग लिया जा रहा है।
नेपाल सीमा से सटे इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाने के लिए 30 गांवों में सीसीटीवी कैमरे लगवाएं जाएंगे। प्रत्येक गांव में दस कैमरे लगने हैं। इस काम में ग्राम पंचायतों का भी सहयोग लिया जा रहा है। इससे सीमा के आसपास सक्रिय अराजकतत्वों की भी निगरानी की जा सकेगी।
डीआरएस न्यूज नेटवर्क
पुलिस व ग्राम पंचायत के सहयोग से लगेंगे कैमरा
जिले में 1045 ग्राम पंचायते हैं। शासन के निर्देश को देखा जाए तो प्रत्येक गांव में सीसीटीवी कैमरे लगाने की बात कही गई है। लेकिन यहां पहले चरण में नेपाल सीमा से सटे तीस गांवों में कैमरे लगाने है। डीपीआरओ राघवेंद्र द्विवेदी ने बताया कि कैमरे लगाने के लिए पंचायत निधि से बजट दिया जाएगा। उन्होंने कहा पुलिस के सहयोग से यह काम कराया जाएगा।
तस्करों पर हो सकेगी कार्रवाई
नेपाल सीमा से जाली नोट, स्मैक व चरस की सबसे ज्यादा तस्करी की जाती है। पुलिस व एसएसबी की टीम आए दिन किसी न किसी तस्कर को पकड़कर जेल भेजती है। कैमरे लगने से अब ऐसा काम करने वाले लोगों को आसानी से चिन्हित करने में पुलिस को मदद मिल सकेगी। इसके बाद इन पर शिकंजा भी कसा जा सकेगा। वहीं इससे आम लोगों में सुरक्षा की भावना भी पैदा हो सकेगी। वहीं गांवों में होने वाली चोरी व छोटे और बड़े विवाद के मामलों में दोषियों को भी पुलिस आसानी से पकड़ सकेगी।
इन गांवों में लगेंगे कैमरे
नेपाल सीमा से सटे ग्राम पचपकरी, रंजीतबोझा, निविया ,सहजना, मनवरिया, पोखरा, गोकुलपुर ,साइगाव ,तेलियानी, सहाबा ,जैतापुर ,गंगापुर संतालिया समेत तीस गांवों में कैमरे लगेगे। यह गांव सीमा से करीब है जिससे यहां पर हर तरह के लोगों का आवागमन होता रहता है।ऑपरेशन त्रिनेत्र के तहत लग चुके 53 सौ कैमरे
जिले में पुलिस द्वारा शहर व प्रमुख कस्बों में अब तक 53 सौ सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम हो चुका है। पुलिस यह काम आपरेशन त्रिनेत्र के तहत करवा रही है। इसमें व्यापारियों व आम लोगों का सहयोग लिया जा रहा है।
नेपाल सीमा से सटे इलाकों में सुरक्षा व्यवस्था मजबूत बनाने के लिए 30 गांवों में सीसीटीवी कैमरे लगवाएं जाएंगे। प्रत्येक गांव में दस कैमरे लगने हैं। इस काम में ग्राम पंचायतों का भी सहयोग लिया जा रहा है। इससे सीमा के आसपास सक्रिय अराजकतत्वों की भी निगरानी की जा सकेगी।
डीआरएस न्यूज नेटवर्क
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