गाज़ीपुर:रिपोर्ट मोहम्मद कादिर:जनपद के प्रसिद्ध शिक्षण संस्थान मदरसा दीनिया में एकदिवसीय सेमिनार का आयोजन राब्ता अदबे इस्लामी गाज़ीपुर यूनिट द्वारा किया गया जिसमें मुख्य अथिति के रूप में नदवतुल उलमा लखनऊ के संरक्षक मौलाना जाफर हसनी नदवी उपस्थित थे।
सेमिनार में सर्वप्रथम मदरसा दीनिया गाज़ीपुर से प्रकाशित होने वाली पत्रिका तज़कीर का विशेषांक जो मौलाना राबे हसनी नदवी को समर्पित है और उसमें उनके जीवन के विभिन्न पहलूओं पर प्रकाश डाला गया है का विमोचन हुआ।
मौलाना ज़ियाउद्दीन क़ासमी नदवी ने कहा कि मौलाना राबे हसनी उत्तम व्यवहार सबसे बड़े प्रतीक थे,उन्होंने अरबी और उर्दू साहित्य में बहुत महत्वपूर्ण किरदार अदा किया।
मौलाना जमाल नदवी ने कहा कि मौलाना राबे को हम लोगों ने विषम परिस्थितियों में भी उन्हें हमेशा मुस्कुराते देखा वह संयम के एक पहाड़ थे। डॉक्टर इलियास आज़मी ने कहा कि मैंने अपने जीवन में मौलाना राबे हसनी जैसा नेक आदमी नहीं देखा उन्हें हमने हमेशा अच्छी और भली बात करते देखा है इसलिये मैं ये दावा कर रहा हूँ।
मुख्य अथिति मौलाना जाफर हसनी नदवी ने कहा कि मौलाना राबे विषम परिस्थितियों में भी घबराते न थे और विरोधियो को माफ़ करते थे।
इस अवसर पर मदरसा दीनिया के प्रबंधक अज़ीज़ुल हसन सिद्दीक़ी ने निबंध के द्वारा मौलाना राबे हसनी को खिराजे अक़ीदत पेश किया।इसके अतिरिक्त मौलाना अनवर अली ने भी उदबोधन किया।
प्रोग्राम का संचालन मौलाना सऊदुल हसन नदवी ने किया।
इस अवसर पर मौलाना मुख़्तार क़ासमी,नसीम अब्बासी ग्यासुल इस्लाम क़ासमी नजमुस्साकिब अब्बासी नदवी मुहम्मद शहज़ाद हाफ़िज़ आसिफ असजद सिद्दीकी आदि शामिल थे।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
मौलाना ज़ियाउद्दीन क़ासमी नदवी ने कहा कि मौलाना राबे हसनी उत्तम व्यवहार सबसे बड़े प्रतीक थे,उन्होंने अरबी और उर्दू साहित्य में बहुत महत्वपूर्ण किरदार अदा किया।
मौलाना जमाल नदवी ने कहा कि मौलाना राबे को हम लोगों ने विषम परिस्थितियों में भी उन्हें हमेशा मुस्कुराते देखा वह संयम के एक पहाड़ थे। डॉक्टर इलियास आज़मी ने कहा कि मैंने अपने जीवन में मौलाना राबे हसनी जैसा नेक आदमी नहीं देखा उन्हें हमने हमेशा अच्छी और भली बात करते देखा है इसलिये मैं ये दावा कर रहा हूँ।
मुख्य अथिति मौलाना जाफर हसनी नदवी ने कहा कि मौलाना राबे विषम परिस्थितियों में भी घबराते न थे और विरोधियो को माफ़ करते थे।
इस अवसर पर मदरसा दीनिया के प्रबंधक अज़ीज़ुल हसन सिद्दीक़ी ने निबंध के द्वारा मौलाना राबे हसनी को खिराजे अक़ीदत पेश किया।इसके अतिरिक्त मौलाना अनवर अली ने भी उदबोधन किया।
प्रोग्राम का संचालन मौलाना सऊदुल हसन नदवी ने किया।
इस अवसर पर मौलाना मुख़्तार क़ासमी,नसीम अब्बासी ग्यासुल इस्लाम क़ासमी नजमुस्साकिब अब्बासी नदवी मुहम्मद शहज़ाद हाफ़िज़ आसिफ असजद सिद्दीकी आदि शामिल थे।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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