जौनपुर। शहर कोतवाली के मोहल्ला हमाम दरवाजा में स्थित मदरसा नासिरिया अरबी कॉलेज में शिक्षा ले रहे छात्र की नदी में डूबने से मौत हो गई।
आजमगढ़ जनपद के दरियापुर गांव निवासी उम्मे फरवा ने अपने 17 वर्षीय पुत्र मोहम्मद शीश को मजहबी पढ़ाई हासिल करने के लिए मदरसे में नाम लिखवाया था। बच्चे को पढाने के लिए उक्त महिला पुरानी बाजार में किराए का कमरा भी लेकर रहती थी। शीश अपने मदरसे के साथियों के साथ शुक्रवार को ताड़तला मोहल्ले में स्थित गोमती नदी तट बजरंग घाट गया। बजरंग घाट पर वह अपना कपड़ा उतार कर नदी में नहाने चला गया और गहरे पानी में चले जाने के कारण डूब गया। उसके साथ आए अन्य बच्चों ने मदरसे में जाकर उसके डूबने की खबर बताई। मदरसे के प्रिंसिपल द्वारा इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस देर रात तक छात्र की लाश तलाश करती रही लेकिन उसकी लाश अब तक नहीं मिल सकी है।
शीश की लाश तलाशने गए पांच गोताखोरों में से चार अपने घर वापस लौट आए और उसी में 45 वर्षीय गोताखोर होरी पुत्र सभाजीत निवासी जोगियापुर थाना कोतवाली अपने साथियों को छोड़कर गोमती नदी में रही नाव पर सो गया और अधिक शराब पीने के कारण वह नदी में गिरकर डूब गया। गोताखोर होरी उर्फ भूवर निषाद का भी अब तक पता नहीं चल सका है। शनिवार सुबह उसके परिवार के लोग सराय पोखता पुलिस चैकी पर पहुंचकर डूबे हुए व्यक्ति की लाश निकलवाने की मांग करने लगे।
बताते हैं कि होरी निषाद ने लाश निकालने के नाम पर अच्छा खासा पैसा वसूल कर क्षमता से अधिक शराब पी लिया और नाव पर सोकर पानी में गिर गया और उसकी मौत हो गई।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
आजमगढ़ जनपद के दरियापुर गांव निवासी उम्मे फरवा ने अपने 17 वर्षीय पुत्र मोहम्मद शीश को मजहबी पढ़ाई हासिल करने के लिए मदरसे में नाम लिखवाया था। बच्चे को पढाने के लिए उक्त महिला पुरानी बाजार में किराए का कमरा भी लेकर रहती थी। शीश अपने मदरसे के साथियों के साथ शुक्रवार को ताड़तला मोहल्ले में स्थित गोमती नदी तट बजरंग घाट गया। बजरंग घाट पर वह अपना कपड़ा उतार कर नदी में नहाने चला गया और गहरे पानी में चले जाने के कारण डूब गया। उसके साथ आए अन्य बच्चों ने मदरसे में जाकर उसके डूबने की खबर बताई। मदरसे के प्रिंसिपल द्वारा इसकी जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस देर रात तक छात्र की लाश तलाश करती रही लेकिन उसकी लाश अब तक नहीं मिल सकी है।
शीश की लाश तलाशने गए पांच गोताखोरों में से चार अपने घर वापस लौट आए और उसी में 45 वर्षीय गोताखोर होरी पुत्र सभाजीत निवासी जोगियापुर थाना कोतवाली अपने साथियों को छोड़कर गोमती नदी में रही नाव पर सो गया और अधिक शराब पीने के कारण वह नदी में गिरकर डूब गया। गोताखोर होरी उर्फ भूवर निषाद का भी अब तक पता नहीं चल सका है। शनिवार सुबह उसके परिवार के लोग सराय पोखता पुलिस चैकी पर पहुंचकर डूबे हुए व्यक्ति की लाश निकलवाने की मांग करने लगे।
बताते हैं कि होरी निषाद ने लाश निकालने के नाम पर अच्छा खासा पैसा वसूल कर क्षमता से अधिक शराब पी लिया और नाव पर सोकर पानी में गिर गया और उसकी मौत हो गई।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
No comments:
Post a Comment