गाजीपुर: रिपोर्ट मोहम्मद कादिर:स्थानीय गाज़ीपुर सदर तहसील के मकतब सय्यद अहमद शहीद सय्यदवाड़ा के तत्वाधान में छोटे बच्चों का एक प्रोग्राम आयोजित हुआ जिसमें बच्चे बच्चियों ने इस्लामी प्रोग्राम और इस्लाम से जुड़े दुवाओं व सिद्धांतो को कंठस्थ सुनाया। इस अवसर पर जनपद के सम्मानित बुद्धिजीवी और उलमा ने प्रतिभाग किया और अपने-अपने विचार व्यक्त किये ।
मुख्य अतिथि मौलाना सऊदुल हसन नदवी ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हूए कहा कि ज़रूरत है कि आज दीनी और धार्मिक शिक्षा का एक ऐसा कारवां तैयार किया जाय जो नफ़रत का दम घोंट दे और इंसानियत को ज़िन्दगी दे।
मुफ़्ती साजिद अब्दुल्लाह नदवी ने कहा कि अंतिम संदेष्टा हज़रत मुहम्मद सल्ल. शिक्षा पर इतना ध्यान केंद्रित करवाया है कि अगर उनकी शिक्षा को मान कर आगे बढ़ा जाय तो ज़िन्दगी संवर जाय।
मौलाना नजमुसाकिब अब्बासी नदवी ने कहा कि आज समाज के युवाओं में एजुकेशन की बड़ी समस्या है उसके निराकरण के लिए हमें प्रयास करने चाहिए और उसके लिए योजना बनानी चाहिए।
मौलाना आफ़ताब नदवी ने कहा कि इस्लामी शिक्षा के क्षेत्र में उन बच्चों को गाइड करने की ज़रूरत है जो शिक्षा प्राप्त करने जा रहे हैं।
मुफ़्ती अब्दुल्लाह क़ासमी ने ने कहा कि स्कील डेवलपमेंट में भी युवाओं को मार्गदर्शन देने की अति आवश्यकता है कि कौन सा हुनर मौजूदा दौर में काम आने वाला है।
मौलाना मशकूर आलम ने कहा कि समाज सुधार के लिए स्वयं में बदलाव ज़रूरी है हमारी नैतिकता ही समाज को नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूक करेगी और समाज को प्रेरित करेगी।
उलमा के उदबोधन के बाद बच्चे-बच्चियों को पुरुस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता दाऊद अहमद ने की। अंत में कार्यक्रम आयोजक आफ़ताब आलम नदवी ने अथिति गण का आभार व्यक्त किया
इस प्रोग्राम में फहीम अहमद हाफ़िज़ अजमल मौलाना अकबर अली मौलाना मआरिफ नदवी आफताब आलम आदि मौजूद थे।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
मुफ़्ती साजिद अब्दुल्लाह नदवी ने कहा कि अंतिम संदेष्टा हज़रत मुहम्मद सल्ल. शिक्षा पर इतना ध्यान केंद्रित करवाया है कि अगर उनकी शिक्षा को मान कर आगे बढ़ा जाय तो ज़िन्दगी संवर जाय।
मौलाना नजमुसाकिब अब्बासी नदवी ने कहा कि आज समाज के युवाओं में एजुकेशन की बड़ी समस्या है उसके निराकरण के लिए हमें प्रयास करने चाहिए और उसके लिए योजना बनानी चाहिए।
मौलाना आफ़ताब नदवी ने कहा कि इस्लामी शिक्षा के क्षेत्र में उन बच्चों को गाइड करने की ज़रूरत है जो शिक्षा प्राप्त करने जा रहे हैं।
मुफ़्ती अब्दुल्लाह क़ासमी ने ने कहा कि स्कील डेवलपमेंट में भी युवाओं को मार्गदर्शन देने की अति आवश्यकता है कि कौन सा हुनर मौजूदा दौर में काम आने वाला है।
मौलाना मशकूर आलम ने कहा कि समाज सुधार के लिए स्वयं में बदलाव ज़रूरी है हमारी नैतिकता ही समाज को नैतिक मूल्यों के प्रति जागरूक करेगी और समाज को प्रेरित करेगी।
उलमा के उदबोधन के बाद बच्चे-बच्चियों को पुरुस्कार से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता दाऊद अहमद ने की। अंत में कार्यक्रम आयोजक आफ़ताब आलम नदवी ने अथिति गण का आभार व्यक्त किया
इस प्रोग्राम में फहीम अहमद हाफ़िज़ अजमल मौलाना अकबर अली मौलाना मआरिफ नदवी आफताब आलम आदि मौजूद थे।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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