जौनपुर::रिपोर्ट महेन्द्र प्रताप सिंह:पूर्वांचल डिस्कॉम के तकनीकी विभाग ने केंद्र व प्रदेश सरकार को भेजा प्रस्ताव, बिजली व्यवस्था को 135068 करोड़ रुपये से सुधारेंगे
पूर्वांचल की विद्युत व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए तकनीकी विभाग ने मेगा प्लान बनाया है। इसमें नई लाइन बनाने से लेकर नए ट्रांसफार्मर तक लगाने की योजना है। आईजीआरएस उपकेंद्रों का भी निर्माण किया जाएगा। डिवीजनों और उपकेंद्रों की मरम्मत भी इसमें शामिल है।
21 जिलों के अधिशासी अभियंताओं की ओर से उपकरणों की दी गई सूची के आधार पर इंफ्रा पर खर्च के लिए फाइनल प्रस्ताव बनाया गया है। लगभग 135068 करोड़ (13 हजार 5068 करोड़ रुपये) का प्रस्ताव मंगलवार को केंद्र और प्रदेश सरकार को भेज दिया है।
वाराणसी जिले में सबसे अधिक धनराशि खर्च की जाएगी। यहां इंफ्रा स्ट्रेक्चर को मजबूत करने के लिए लगभग 01 हजार 13 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
100 केवी ट्रांसफार्मर पर लगाए जाएंगे प्रोटक्शन ट्रांसफार्मरों को जलने से बचाने पर सबसे अधिक जोर दिया गया है। पूर्वांचल में लगे 100 केवी के सभी ट्रांसफार्मरों पर ब्रेकर (प्रोटक्शन) लगाए जाएंगे। इसके बाद अधिक क्षमता वाले ट्रांसफार्मर पर ब्रेकर लगेंगे। इसके अलावा 47 हजार 135 नए वितरण ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। 13 हजार 337 ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि होगी। 369 पावर ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे
कंडक्टर की क्षमता बढ़ाई जाएगी
शासन को भेज प्रस्ताव में एरियल बंच कंडक्टर (एबीसी) की क्षमता बढ़ाने की योजना भी शामिल है। अबतक कम क्षमता वाले कंडक्टर लगाये जाते थे। लेकिन बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए इसकी क्षमता बढ़ाई जाएगी।
बेहतर आपूर्ति को 145 स्वतंत्र लाइनें बनेंगी
बेहतर बिजली आपूर्ति के लिए 145 स्वतंत्र हाईटेंशन लाइनें बनाई जाएंगी। इमरजेंसी में उनका प्रयोग होगा। वहीं, 98 किमी लाइन नई लाइन बिछाई जाएगी। जर्जर लाइनों की मरम्मत कराई जाएगी। फीडरों की भी संख्या बढ़ाई जाएगी।
480 करोड़ आजमगढ़ जिले में होंगे खर्च
1626 करोड़ जौनपुर जनपद के लिए
152 करोड़ चंदौली जिले में होंगे व्यय
748 करोड़ का गाजीपुर जिले के लिए बजट
नई लाइन से नए ट्रांसफार्मर तक लगाने की योजना
बेहतर आपूर्ति के लिए नया प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है। स्वीकृति मिलते ही निविदा प्रक्रिया शुरू करा दी जाएगी।चंद्रजीत कुमार, मुख्य अभियंता (नियोजन)
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
21 जिलों के अधिशासी अभियंताओं की ओर से उपकरणों की दी गई सूची के आधार पर इंफ्रा पर खर्च के लिए फाइनल प्रस्ताव बनाया गया है। लगभग 135068 करोड़ (13 हजार 5068 करोड़ रुपये) का प्रस्ताव मंगलवार को केंद्र और प्रदेश सरकार को भेज दिया है।
वाराणसी जिले में सबसे अधिक धनराशि खर्च की जाएगी। यहां इंफ्रा स्ट्रेक्चर को मजबूत करने के लिए लगभग 01 हजार 13 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
100 केवी ट्रांसफार्मर पर लगाए जाएंगे प्रोटक्शन ट्रांसफार्मरों को जलने से बचाने पर सबसे अधिक जोर दिया गया है। पूर्वांचल में लगे 100 केवी के सभी ट्रांसफार्मरों पर ब्रेकर (प्रोटक्शन) लगाए जाएंगे। इसके बाद अधिक क्षमता वाले ट्रांसफार्मर पर ब्रेकर लगेंगे। इसके अलावा 47 हजार 135 नए वितरण ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। 13 हजार 337 ट्रांसफार्मर की क्षमता वृद्धि होगी। 369 पावर ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे
कंडक्टर की क्षमता बढ़ाई जाएगी
शासन को भेज प्रस्ताव में एरियल बंच कंडक्टर (एबीसी) की क्षमता बढ़ाने की योजना भी शामिल है। अबतक कम क्षमता वाले कंडक्टर लगाये जाते थे। लेकिन बिजली की बढ़ती मांग को देखते हुए इसकी क्षमता बढ़ाई जाएगी।
बेहतर आपूर्ति को 145 स्वतंत्र लाइनें बनेंगी
बेहतर बिजली आपूर्ति के लिए 145 स्वतंत्र हाईटेंशन लाइनें बनाई जाएंगी। इमरजेंसी में उनका प्रयोग होगा। वहीं, 98 किमी लाइन नई लाइन बिछाई जाएगी। जर्जर लाइनों की मरम्मत कराई जाएगी। फीडरों की भी संख्या बढ़ाई जाएगी।
480 करोड़ आजमगढ़ जिले में होंगे खर्च
1626 करोड़ जौनपुर जनपद के लिए
152 करोड़ चंदौली जिले में होंगे व्यय
748 करोड़ का गाजीपुर जिले के लिए बजट
नई लाइन से नए ट्रांसफार्मर तक लगाने की योजना
बेहतर आपूर्ति के लिए नया प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज दिया गया है। स्वीकृति मिलते ही निविदा प्रक्रिया शुरू करा दी जाएगी।चंद्रजीत कुमार, मुख्य अभियंता (नियोजन)
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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