सीतापुर। रिपोर्ट राकेश पाण्डेय:प्रदेश की सरकार जहां एक तरफ भय मुक्त प्रशासन देने का बराबर दावा ठोक रही है तो वहीं अवैध मिट्टी बालू खनन करने वालों के साथ ही कच्ची शराब का निर्माण करके बेचने वालों के लिए सँदना थाने की रामगढ़ पुलिस चौकी वरदान बनी हुई है।
रामगढ़ पुलिस चौकी क्षेत्र में अमन चैन कायम रखने के लिए दरोगा और सिपाहियों का पुलिस स्टाफ तो तैनात है लेकिन यह सब अपने मूल कर्तव्यों को पीछे छोड़कर अवैध रूप से मिट्टी और बालू खनन करने के साथ ही अवैध कच्ची शराब निर्माण कर बेचने वालों के लिए मसीहा बनकर कार्य कर रहे हैं,ऐसा नहीं है कि रामगढ़ पुलिस चौकी क्षेत्र में होने वाले गैरकानूनी अवैध कृत्य क्रमशः मिट्टी बालू खनन और कच्ची शराब निर्माण तथा बिक्री के बारे में सम्बन्धित थाना अध्यक्ष को जानकारी नहीं है सब कुछ संज्ञानता में होने के बाद भी उनकी चुप्पी रामगढ़ पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही और दरोगा के हौसलों को निरंतर बढ़ावा देने का कार्य कर रही है।
रामगढ़ क्षेत्र के ग्रामीण बताते हैं कि इलाके के गांव कुंवरपुर,गणेशपुर , ककरघटा,चेरीताली,गुड़िया पुरवा, कैलाश आश्रम बकछेरवा ऐमाघाट और रघुनाथपुर आदि गांवों में अवैध रूप से खुले आम कच्ची शराब निर्माण करने की भठ्ठियाँ धधककर इलाके के युवाओं में नशे का संचार कर रही हैं।
इतना ही नहीं चौकी क्षेत्र में कैलाश आश्रम नाम का एक प्राचीन धार्मिक स्थल है इस आश्रम भूमि प्रांगण में ही बाबा खबीसनाथ का स्थान स्थित है जहां श्रद्धालु उन्हें खुश करके उनकी कृपा पाने के लिए शराब चढ़ाने का कार्य करते हैं बताते चलें कि खबीस नाथ का स्थान भी कच्ची शराब निर्माताओं के लिए आमदनी का एक मुफीद जरिया बना हुआ है।
गौरतलब है कि मान्यताओं के अनुरूप अगर इस स्थान पर प्रसाद के रूप में शराब चढ़ाना आवश्यक है। तो शासन और प्रशासन को यहां पर शराब ठेका ही स्थापित कर देना चाहिए ताकि अवैध रूप से कच्ची जहरीली शराब निर्माताओं पर अंकुश लग सके। इस स्थल पर शराब ठेका खुल जाने से नशेड़ियों की संख्या में अवश्य वृद्धि होगी लेकिन बाबा खबीशनाथ पर शराब चढ़ने की चली आ रही रूढ़िवादी मान्यताओं की भी पूर्ति हो जाएगी।साथ ही इलाके में कच्ची जहरीली शराब बनाकर बेचने वालों पर कुछ हद तक अंकुश अवश्य लग जाएगा। इतना ही नहीं क्षेत्र में बहने वाली गोमती नदी के ककरघटा सहित कई घाटों से होने वाला अवैध बालू खनन और ऊसर बंजर जमीनों के साथ ही खेतों से होने वाला अवैध मिट्टी खनन भी रामगढ़ पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों के लिए अवैध कमाई का अच्छा खासा जरिया बना हुआ है। यहां पर तैनात पुलिसकर्मियों ने प्रत्येक ट्राली मिट्टी और बालू को ले जाने के लिए अलग-अलग रेट निर्धारित कर रखे हैं इस तरह यह रामगढ़ रिपोर्टिंग पुलिस चौकी यहां पर तैनात पुलिस कर्मियों के लिए अच्छी खासी कमाई का स्रोत बनी हुई है।
रामगढ़ क्षेत्र के ग्रामीण बताते हैं कि इलाके के गांव कुंवरपुर,गणेशपुर , ककरघटा,चेरीताली,गुड़िया पुरवा, कैलाश आश्रम बकछेरवा ऐमाघाट और रघुनाथपुर आदि गांवों में अवैध रूप से खुले आम कच्ची शराब निर्माण करने की भठ्ठियाँ धधककर इलाके के युवाओं में नशे का संचार कर रही हैं।
इतना ही नहीं चौकी क्षेत्र में कैलाश आश्रम नाम का एक प्राचीन धार्मिक स्थल है इस आश्रम भूमि प्रांगण में ही बाबा खबीसनाथ का स्थान स्थित है जहां श्रद्धालु उन्हें खुश करके उनकी कृपा पाने के लिए शराब चढ़ाने का कार्य करते हैं बताते चलें कि खबीस नाथ का स्थान भी कच्ची शराब निर्माताओं के लिए आमदनी का एक मुफीद जरिया बना हुआ है।
गौरतलब है कि मान्यताओं के अनुरूप अगर इस स्थान पर प्रसाद के रूप में शराब चढ़ाना आवश्यक है। तो शासन और प्रशासन को यहां पर शराब ठेका ही स्थापित कर देना चाहिए ताकि अवैध रूप से कच्ची जहरीली शराब निर्माताओं पर अंकुश लग सके। इस स्थल पर शराब ठेका खुल जाने से नशेड़ियों की संख्या में अवश्य वृद्धि होगी लेकिन बाबा खबीशनाथ पर शराब चढ़ने की चली आ रही रूढ़िवादी मान्यताओं की भी पूर्ति हो जाएगी।साथ ही इलाके में कच्ची जहरीली शराब बनाकर बेचने वालों पर कुछ हद तक अंकुश अवश्य लग जाएगा। इतना ही नहीं क्षेत्र में बहने वाली गोमती नदी के ककरघटा सहित कई घाटों से होने वाला अवैध बालू खनन और ऊसर बंजर जमीनों के साथ ही खेतों से होने वाला अवैध मिट्टी खनन भी रामगढ़ पुलिस चौकी पर तैनात पुलिस कर्मियों के लिए अवैध कमाई का अच्छा खासा जरिया बना हुआ है। यहां पर तैनात पुलिसकर्मियों ने प्रत्येक ट्राली मिट्टी और बालू को ले जाने के लिए अलग-अलग रेट निर्धारित कर रखे हैं इस तरह यह रामगढ़ रिपोर्टिंग पुलिस चौकी यहां पर तैनात पुलिस कर्मियों के लिए अच्छी खासी कमाई का स्रोत बनी हुई है।
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