सड़क पर बनें हजारों गड्ढे गिट्टियां उखड़ कर सड़क के दोनों तरफ बिखर गई
आजमगढ़ विधान सभा क्षेत्र दीदारगंज के पुष्पनगर से गद्दोपुर जाने वाला मार्ग जर्जर हो चुका है । पुष्पनगर गद्दोपुर मार्ग दूरी दूरी लगभग पांच किमी जिससे बूंदा पुष्पनगर नूरपुर मीरअहमद महुवारा मतलूब पुर हड़वां बिहटा गद्दोपुर बूढ़ापुर भेड़ियां तिघरा चरौवां आदि गांवों के छात्र किसान ब्यापारी प्रतिदिन इस मार्ग से आते जाते हैं और अपनी यात्रा तय करते हैं । यह मार्ग काफी दिनों से जर्जर हो चुका है ।सड़क पर काफी बड़े बड़े गड्ढ़े हो गए हैं सड़क की गिट्टियां उखड़कर मार्ग के दोनों तरफ बिखर गई हैं वर्षा होने पर इन गड्ढों में पानी भर जाता है और जब मार्ग से वाहन चलते हैं तो कभी-कभी वाहन इन गड्ढों में जाकर पलट जाते है जिससे कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है मार्ग पर चलने वाले वाहनों में बैठे लोग हिचकोले खाते हैं जिससे उन्हें भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है । वर्षा के समय इन बड़े बड़े गड्ढों में पानी भर जाने से मार्ग पर चलने वाले वाहनों से गड्ढों के कीचड़ युक्त पानी से लोगों के कपड़े भी खराब हो जाते हैं कभी-कभी मार्ग पर वाहन भी बिगड़ कर मार्ग पर आवागमन बाधित कर देते हैं जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है । क्षेत्र के तिलकधारी राजभर हरेंद्र राजभर मथुरी राजभर अच्छन जवाहर कश्यप अजीत सिंह समर बहादुर सिंह डॉ सत्येन्द्र यादव डॉ अरूण कुमार चौहान दिनेश जायसवाल प्रेम प्रताप सिंह प्रमोद मिश्रा रमेश पाठक आदि लोगों ने वर्षां से खराब मार्ग को अविलंब बनाए जाने की मांग की है जिससे आवागमन सुचारू रूप से हो सके
आजमगढ़ विधान सभा क्षेत्र दीदारगंज के पुष्पनगर से गद्दोपुर जाने वाला मार्ग जर्जर हो चुका है । पुष्पनगर गद्दोपुर मार्ग दूरी दूरी लगभग पांच किमी जिससे बूंदा पुष्पनगर नूरपुर मीरअहमद महुवारा मतलूब पुर हड़वां बिहटा गद्दोपुर बूढ़ापुर भेड़ियां तिघरा चरौवां आदि गांवों के छात्र किसान ब्यापारी प्रतिदिन इस मार्ग से आते जाते हैं और अपनी यात्रा तय करते हैं । यह मार्ग काफी दिनों से जर्जर हो चुका है ।सड़क पर काफी बड़े बड़े गड्ढ़े हो गए हैं सड़क की गिट्टियां उखड़कर मार्ग के दोनों तरफ बिखर गई हैं वर्षा होने पर इन गड्ढों में पानी भर जाता है और जब मार्ग से वाहन चलते हैं तो कभी-कभी वाहन इन गड्ढों में जाकर पलट जाते है जिससे कभी भी अप्रिय घटना घट सकती है मार्ग पर चलने वाले वाहनों में बैठे लोग हिचकोले खाते हैं जिससे उन्हें भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है । वर्षा के समय इन बड़े बड़े गड्ढों में पानी भर जाने से मार्ग पर चलने वाले वाहनों से गड्ढों के कीचड़ युक्त पानी से लोगों के कपड़े भी खराब हो जाते हैं कभी-कभी मार्ग पर वाहन भी बिगड़ कर मार्ग पर आवागमन बाधित कर देते हैं जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है । क्षेत्र के तिलकधारी राजभर हरेंद्र राजभर मथुरी राजभर अच्छन जवाहर कश्यप अजीत सिंह समर बहादुर सिंह डॉ सत्येन्द्र यादव डॉ अरूण कुमार चौहान दिनेश जायसवाल प्रेम प्रताप सिंह प्रमोद मिश्रा रमेश पाठक आदि लोगों ने वर्षां से खराब मार्ग को अविलंब बनाए जाने की मांग की है जिससे आवागमन सुचारू रूप से हो सके
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