आजमगढ़।रिपोर्ट नीरज पण्डित: सिधारी पुलिस ने युवाओं के साथ नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रूपए की ठगी करने वाला फर्जी मजिस्ट्रेट को हाइडिल चौराहे से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसके पास से पंचान बे हजार रूपये नगद, दो परिचय पत्र सचिवालय उत्तर प्रदेश शासन, एक आधार कार्ड कूट रचित, चार पहिया वाहन, तीन कूट रचित नम्बर प्लेट, तीन मोबाईल बरामद किया है। गिरफ्तार फर्जी मजिस्ट्रेट ने बताया कि वह वर्ष 2001 में संविदा पर सचिवालय लखनऊ में नौकरी करता था। वर्ष 2015 में छटनी के कारण उसे नौकरी से निकाल दिया गया। उसी का लाभ उठाकर फर्जी परिचय पत्र मजिस्ट्रेट के नाम से लखनऊ सचिवालय से बनवा लिया और गाड़ी में मजिस्ट्रेट का फर्जी बोर्ड लगाकर युवाओं को नौकरी दिलाने के नाम पर शिकार बनाकर रूपए ठग लेता था। पुलिस के अनुसार, सिधारी थाना क्षेत्र के पठानटोली निवासी काशिफ पुत्र असलम ने शनिवार को स्थानीय थाने में शिकायत किया कि जियाउल इस्लाम सिद्दीकी पुत्र शकील अहमद सिद्दीकी सा0 धकेरा तहसील लहरपुर जनपद सीतापुर ने जाहिद उर्फ गोलू को नौकरी दिलाने के नाम पर छल, कपट व धोखा धड़ी करके कुल 14 लाख रूपये ले लिया। नौकरी न मिलने के बाद जब उससे रूपए की मांग की गई तो जान से मारने की धमकी देने लगा। इस सूचना पर पुलिस ने आरोपी के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया। जिसकी विवेचना वरिष्ठ उप निरीक्षक धनराज सिंह द्वारा किया जा रहा है। रविवार को वरिष्ठ उप निरीक्षक धनराज सिंह ने आरोपी जियाउल इस्लाम सिद्दीकी पुत्र स्व0 शकील अहमद सिद्दीकी निवासी ढखेरा थाना लहरपुर जनपद सीतापुर को हाइडिल चौराहे से गिरफ्तार किया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वर्ष 2001 में संविदा पर सचिवालय लखनऊ में नौकरी करता था। वर्ष 2015 में मेरी छटनी कर निकाल दिया गया। उसी का लाभ उठाकर फर्जी परिचय पत्र मजिस्ट्रेट के नाम से लखनऊ सचिवालय से बनवाकर तथा गाड़ी में मजिस्ट्रेट का फर्जी बोर्ड लगाकर चलता हूँ और नौकरी आदि दिलाने के नाम पर इसी परिचय पत्र को दिखाकर लोगो से पैसा ले लेता हूँ। गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में उप निरीक्षक धनराज सिंह, हेड कास्टेबल जयराम तिवारी, कांस्टेबल ऐश कुमार, दीवान चन्द शामिल रहे।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
No comments:
Post a Comment