आजमगढ़ :रिपोर्ट नीरज पण्डित:रानी कि सराय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र के सभागार में चार ब्लॉक रानी कि सराय,तहबरपुर,मिर्जापुर,पल्हनी अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉक्टर उमाशरण पांडेय की उपस्थिति में समस्त आशा संगिनी का प्रत्येक वर्ष की तरह उनके क्षमता वर्धन के एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमे डा.उमाशरण पांडेय ने बताया कि।
आशासंगीनियो को स्वास्थ्य विभाग की महत्वपूर्ण ईकाई माना जाता है। विभाग के आंख और कान का काम करने वाली इस कडी में उनकी संगिनी महत्वपूर्ण भूमिका में होती है। उन्होने कहा कि कोरोना काल से उबरते हुए अब सीएचसी, पीएचसी पर संस्थागत प्रसव बढाने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी संगिनियों और आशाओं के ऊपर है।आयोजन के दौरान आशा संगिनी और बीसीपीएम को आशा संगिनी का क्षमता वर्धन कैसे करना है।और क्यों करना है।फैसिलटर को किन बातों का ध्यान रखना है। इसके लिए कितनी प्रोत्साहन राशि मिलेगी। गर्भवती महिलाओं का चिन्हीकरण कैसे करना है। गर्भ का पता चलते ही उनका पंजीकरण करना क्यों जरूरी है। टीकाकरण का क्या महत्व है। आदि पर चर्चा की गई। जिसमे जनपद से यूनिसेफ के ग्यासुद्दीन ,डीसीपीएम विपिन बिहारी पाठक बीसीपीएम रवि ,बीपीएम नागेंद्र उपस्थित रहे ,कार्यशाला का समापन प्रभारी चिकित्साधिकारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र डॉक्टर कैप्टन मनीष तिवारी द्वारा संबोधन करके किया गया।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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