आजमगढ़:रिपोर्ट नीरज पंडित:बिलरियागंज बच्चों के साथ शिक्षा के नाम पर धोखा हाथ में फावड़ा थमा कर शिक्षक आखिर कौन सा भविष्य सजा रहे हैं बच्चों का? जल जीवन मिशन की हुई गलतियों को आखिर क्यों बच्चों से सुधरवाया जा रहा है? कहां है गांव के मुखिया कहां है? सफाई कर्मचारी? बच्चों के भविष्य के साथ क्यों हो रहा है यह तमाशा ऐसे तमाम सवालों का बस एक ही जवाब कार्रवाई की जाएगी। देश का भविष्य कहा जाता है। लेकिन यहां तो शिक्षण कार्य के समय में उनके हाथों मेें फावड़ा थमा दिया गया। सड़क किनारे जलनिगम द्वारा पाइपलाइन बिछाने के लिए गड्ढा खोदकर छोड़ दिया गया है। जिसे फावड़ा लेकर बच्चे समतल कर रहे थे।और प्रधानाचार्य बने रहे दर्शक। ये मामला बिलरियागंज शिक्षा क्षेत्र के अमरौला देह स्थित पूर्व माध्यमिक विद्यालय से जुड़ा है। आजमगढ़-गोरखपुर राजमार्ग किनारे बच्चों को फावड़ा चलाते देख कदम ठहर गए।तो कारण जानने का प्रयास किया गया। प्रधानाचार्य अच्छेलाल यादव के सामने बच्चों ने तो अपनी जुबान नहीं खोली।लेकिन जब प्रधानाचार्य से सवाल किया गया कि नौनिहालों से फावड़ा क्यों चलवाया जा रहा है। तो उन्होंने अपनी सफाई देते हुए कहा कि आखिर विद्यालय में आना-जाना तो हम ही लोगों को होता है। इसी लिए हम भी यहां खड़े हैं। इस मामले में बिलरियागंज के खंड शिक्षा अधिकारी पंकज मौर्य से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच की जाएगी। और उसके बाद बच्चों से ऐसा काम कराने के लिए जो भी दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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