बहराइच।रिपोर्ट फिरदौस आलम:शहर के सीतापुर आंख अस्पताल में 100 बेड का जिला महिला चिकित्सालय बनाने के लिए मंजूरी मिल गई है।यहां पुराने जर्जर भवनों को ढहाकर अस्पताल बनाया जाएगा। इसके लिए सीएमओ ने जर्जर भवनों के ध्वस्तीकरण के लिए शासन को प्रस्ताव भेज दिया है। शासन स्तर से स्वीकृति मिलते ही कार्यदायी संस्था यूपीआरएनएन निर्माण कार्य प्रारंभ कर देगी।
जिले में चिकित्सा के क्षेत्र में लगातार उपलब्धि हो रही है। शासन की ओर से जिला महिला अस्पताल बनाने के लिए जमीन चिह्नित कर जल्द ही प्रस्ताव भेजने के लिए निर्देश दिये थे। इस पर जिला प्रशासन ने आंख अस्पताल में 100 बेड का जिला महिला अस्पताल बनाने के लिए मुहर लगा दी है। जिला शिक्षा स्वास्थ्य एवं सूचना अधिकारी बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि शासन स्तर से उत्तर प्रदेश राजकीय निर्माण निगम को कार्यदायी संस्था नामित किया गया है। शहर के आंख अस्पताल के निष्प्रयोज्य भवनों को ढहाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेज दिया गया है। स्वीकृत मिलते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा।सीएचसी से सीधे मेडिकल कॉलेज रेफर होते हैं मरीज
लगभग 40 लाख की आबादी वाले जिले में 14 सामुदायिक तथा 51 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। इन अस्पतालों में गंभीर महिला मरीजों की सभी जांचें व इलाज नहीं हो पाता है। जिससे डॉक्टर महिलाओं को मेडिकल कॉलेज रेफर करते हैं। लेकिन आंख अस्पताल में महिला अस्पताल बनने से महिलाओं को वहीं भर्ती किया जाएगा। गंभीर परिस्थितियों में ही मरीजों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया जाएगा। जिससे मेडिकल कॉलेज पर दबाव घटेगा।
मेडिकल कॉलेज में अभी 100 बेड की है मैटरनिटी विंग
मेडिकल कॉलेज में वर्तमान समय में मैटरनिटी विंग 100 बेड की है। जहां बहराइच के अलावा गोंंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती सहित पड़ोसी देश नेपाल से भी महिलाएं इलाज के लिए पहुंचती हैं। जिससे अस्पताल खचाखच भरा रहता है। कभी-कभी बेड कम पड़ने से मेडिकल कॉलेज प्रशासन को अतिरिक्त बेडों की व्यवस्था करनी पड़ती है। इस समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।
मलेरिया अस्पताल में बनेगा एएनएम व स्टाफ नर्स ट्रेनिंग सेंटर
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी ने बताया कि शहर के चांदपुरा स्थित मलेरिया हॉस्पिटल में एएनएम व स्टाफ नर्स ट्रेनिंग सेंटर बनने के लिये शासन ने मंजूरी दी है। यहां जर्जर व निष्प्रयोज्य भवनों को ढहाकर एएनएम व स्टाफ नर्स ट्रेनिंग सेंटर बनाया जाएगा।
शहर के आंख अस्पताल के जर्जर भवनों को ढहाकर 100 बेड का जिला महिला अस्पताल बनाया जाएगा। इसके अलावा मलेरिया अस्पताल में एएनएम व स्टाफ नर्स ट्रेनिंग सेंटर बनाने की कार्ययोजना तैयार की गई है। जर्जर भवनों को गिराने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
डीआरएस न्यूज नेटवर्क बहराइच
लगभग 40 लाख की आबादी वाले जिले में 14 सामुदायिक तथा 51 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। इन अस्पतालों में गंभीर महिला मरीजों की सभी जांचें व इलाज नहीं हो पाता है। जिससे डॉक्टर महिलाओं को मेडिकल कॉलेज रेफर करते हैं। लेकिन आंख अस्पताल में महिला अस्पताल बनने से महिलाओं को वहीं भर्ती किया जाएगा। गंभीर परिस्थितियों में ही मरीजों को मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया जाएगा। जिससे मेडिकल कॉलेज पर दबाव घटेगा।
मेडिकल कॉलेज में अभी 100 बेड की है मैटरनिटी विंग
मेडिकल कॉलेज में वर्तमान समय में मैटरनिटी विंग 100 बेड की है। जहां बहराइच के अलावा गोंंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती सहित पड़ोसी देश नेपाल से भी महिलाएं इलाज के लिए पहुंचती हैं। जिससे अस्पताल खचाखच भरा रहता है। कभी-कभी बेड कम पड़ने से मेडिकल कॉलेज प्रशासन को अतिरिक्त बेडों की व्यवस्था करनी पड़ती है। इस समस्या से छुटकारा मिल जाएगा।
मलेरिया अस्पताल में बनेगा एएनएम व स्टाफ नर्स ट्रेनिंग सेंटर
जिला स्वास्थ्य शिक्षा एवं सूचना अधिकारी ने बताया कि शहर के चांदपुरा स्थित मलेरिया हॉस्पिटल में एएनएम व स्टाफ नर्स ट्रेनिंग सेंटर बनने के लिये शासन ने मंजूरी दी है। यहां जर्जर व निष्प्रयोज्य भवनों को ढहाकर एएनएम व स्टाफ नर्स ट्रेनिंग सेंटर बनाया जाएगा।
शहर के आंख अस्पताल के जर्जर भवनों को ढहाकर 100 बेड का जिला महिला अस्पताल बनाया जाएगा। इसके अलावा मलेरिया अस्पताल में एएनएम व स्टाफ नर्स ट्रेनिंग सेंटर बनाने की कार्ययोजना तैयार की गई है। जर्जर भवनों को गिराने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा गया है। स्वीकृति मिलते ही निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।
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