सीतापुर। रिपोर्ट राकेश पाण्डेय:जिले के कसमंडा विकास खंड में सरकारी गौशालाओं में लापरवाही और उचित व्यवस्था ना होने के कारण गोवंश दम तोड़ रहे हैं। मौत के बाद मवेशियों का शव गौशाला में ही सड़ रहा है। इससे उठने वाली दुर्गंध ने लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। चारा-पानी के अभाव में मवेशियों की दुर्दशा व परिसर में चारों ओर फैली गंदगी का वीडियो भी वायरल हो रहा है विकासखंड के ग्राम पंचायत कल्याणपुर के मजरा लक्ष्मणपुर में स्थित गौशाला में संरक्षित पशु की हालत काफी दयनीय हो गई है कसमंडा विकास खंड के ग्राम पंचायत कल्याणपुर के लक्ष्मणपुर में सरकारी गौशाला का निर्माण कराया गया है।
यहां दो सौ पंचानबे मवेशियों को रखा गया है। व्यवस्थाओं की देखभाल के लिए छः केयरटेकर को रखा गया है, लेकिन व्यवस्था बद से बदतर है। इसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में गौशाला में गंदगी का अंबार लगा दिख रहा है। परिसर में कई मवेशियों ने दम तोड़ दिया है। कोई जिम्मेदार अफसर इन्हें हटाने की सुध भी नहीं ले रहा है।
कल्याणपुर ग्राम पंचायत के प्रधान संतोष भार्गव प्रधान संघ अध्यक्ष का दायित्व का निर्वाह कर रहे हैं अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटते नजर आये जिम्मेदार अधिकारी
इस सम्बन्ध में जब खण्ड विकास अधिकारी मनोज शर्मा से जानकारी लेना चाही तो उनका फोन नहीं उठा ग्राम पंचायत अधिकारी अशिंका वर्मा ने बताया जानकारी तो हुई है बताया कि कुछ जानवर मरे पडे हुए थे वह हमारे गौशाला के नहीं हैं
मुख्यमंत्री के आदेशों का अनदेखा कर रहे कसमंडा ब्लॉक के अधिकारी
जानकारों की माने तो गौशाला में कई गौवंश मरणासन्न अवस्था में मिली इतना ही नहीं गौशाला से महज एक किलोमीटर की दूरी में तीन गांव वंश को कौवे कुत्ते नोच रहे थे लोगों से मालूम किया गया तो जानकारी मिली कि जो गोवंश खत्म हो जाते हैं तो उनको दूसरे ब्लॉक का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं गौशाला में चारा इत्यादि की कोई व्यवस्था नहीं है गौवंशो को पराली और गन्ने की सूखी पत्ती खिलाई जाती है।
दैनिक राष्ट्रसाक्षी
कल्याणपुर ग्राम पंचायत के प्रधान संतोष भार्गव प्रधान संघ अध्यक्ष का दायित्व का निर्वाह कर रहे हैं अपनी जिम्मेदारी से पीछे हटते नजर आये जिम्मेदार अधिकारी
इस सम्बन्ध में जब खण्ड विकास अधिकारी मनोज शर्मा से जानकारी लेना चाही तो उनका फोन नहीं उठा ग्राम पंचायत अधिकारी अशिंका वर्मा ने बताया जानकारी तो हुई है बताया कि कुछ जानवर मरे पडे हुए थे वह हमारे गौशाला के नहीं हैं
मुख्यमंत्री के आदेशों का अनदेखा कर रहे कसमंडा ब्लॉक के अधिकारी
जानकारों की माने तो गौशाला में कई गौवंश मरणासन्न अवस्था में मिली इतना ही नहीं गौशाला से महज एक किलोमीटर की दूरी में तीन गांव वंश को कौवे कुत्ते नोच रहे थे लोगों से मालूम किया गया तो जानकारी मिली कि जो गोवंश खत्म हो जाते हैं तो उनको दूसरे ब्लॉक का हवाला देकर अपना पल्ला झाड़ लेते हैं गौशाला में चारा इत्यादि की कोई व्यवस्था नहीं है गौवंशो को पराली और गन्ने की सूखी पत्ती खिलाई जाती है।
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