प्रयागराज:रिपोर्ट अखिलेश यादव:यमुनापार क्षेत्र के अंतर्गत जसरा गौहनिया घूरपुर कॉटी जारी सरसेडी पांडर चिल्ला मोड सहित कई गांव में झोलाछाप डॉक्टर सक्रिय हैं ।ना इनके पास कोई डिग्री है ना ही कोई पढ़ाई लिखाई। लेकिन करते हैं डॉक्टरी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सब पता है लेकिन कार्रवाई से बच रहे हैं। आखिर क्या कारण हो सकता है की प्रशासनिक अधिकारी इन झोलाछाप डॉक्टरों पर कार्रवाई नहीं करते। जसरा से चिल्ला मोड तक कम से कम पॉच से सात झोला छाप डॉक्टर अपनी क्लीनिक खोलकर बैठे हैं। जिनको तनिक भी जानकारी नहीं है और ना ही तनिक डर कौन सी दवा किसमे चलाई जाती है ये भी जानकारी नही है। रवून जॉच के नाम पर बाहर भेजते है जहॉ इनकी सेटिंग होती है। सिर्फ दो-चार महीने कहीं से सीख कर आए और शान से क्लीनिक खोलकर बैठ गए कहलाने लगे डॉक्टर साहब। आखिर यह झोलाछाप डॉक्टर साहब कब तक मरीजों के साथ खिलवाड़ करते रहेंगे ।आखिर कब तक स्वास्थ्य विभाग इनके ऊपर मेहरबान रहेगा। यह एक सोचनीय प्रश्न है की इन झोलाछाप डॉक्टरों के ऊपर किसका हाथ है जो कि यह तनिक भी नहीं डरते ना तो इनके पास लाइसेंस है ना तो कोई डिग्री फिर भी करते हैं डाक्टरी ।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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