बिजली विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी जर्जर कार्यालय में कार्य करने को मजबूर
आजमगढ़:रिपोर्ट नीरज पण्डित:फूलपुर बिजली विभाग का विद्युत वितरण खंड फुलपुर जहा से शहर गांव ऑफिस स्कूल इत्यादि जगहों पर बिजली प्रवाहित कर अंधेरा दूर किया जाता है। तो दूसरी तरफ कृषि से लेकर व्यापार तक के कार्यों में अहम भूमिका निभा रहा हैं ।मगर दुर्भाग्य ऐसा कि यहां के कर्मचारी एवं अधिकारीगढ़ जर्जर कार्यालय और खराब रास्तों पर रहने और चलने के लिए विवश हैं।विद्युत वितरण खंड फूलपुर के स्थिति दुर्भाग्य बस शर्मनीय है। समय-समय पर यहां प्रशासनिक अधिकारियो का आवागमन रहता है। फिर भी यहां की दुर्व्यवस्था किसी को नजर क्यों नहीं आती। अधिशासी अभियंता हो या उपखंड अधिकारी या फिर बिल काउंटर प्रत्येक भवन मात्रा रंगाई पुताई के भरोसे चल रहा है।भवन की छत दीवाल कभी भी किसी को चोटिल कर सकता है। जिसके कारण बिजली विभाग फिर से एक विवाद के घेरे में आ सकता हैं।जबकि यहां के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बताया कि विभाग के उच्च अधिकारियों को यहां की दुर्दशा के विषय में मौखिक और लिखित तौर पर जानकारी दे दिया गया है। परंतु अभी तक मात्र आश्वासन मिला ह ओटीएस के चलते इस समय पब्लिक का भी आवागमन बढ़ गया है दूसरी तरफ देखा जाए तो 33/11 विद्युत उपकेंद्र का भी स्थिति ठीक नहीं है। बाउंड्री करण न होने के कारण आए दिन डर बना रहता है कि कोई जानवर या कोई बच्चा ना आ जाए ऐसे में उनको भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। जिले में ऐसे जर्जर स्थिति में गोठाव उपकेंद्र सहित कई और 33/11 का उपकेंद्र है।जहां की स्थिति काफी खराब चल रहा है।
आजमगढ़:रिपोर्ट नीरज पण्डित:फूलपुर बिजली विभाग का विद्युत वितरण खंड फुलपुर जहा से शहर गांव ऑफिस स्कूल इत्यादि जगहों पर बिजली प्रवाहित कर अंधेरा दूर किया जाता है। तो दूसरी तरफ कृषि से लेकर व्यापार तक के कार्यों में अहम भूमिका निभा रहा हैं ।मगर दुर्भाग्य ऐसा कि यहां के कर्मचारी एवं अधिकारीगढ़ जर्जर कार्यालय और खराब रास्तों पर रहने और चलने के लिए विवश हैं।विद्युत वितरण खंड फूलपुर के स्थिति दुर्भाग्य बस शर्मनीय है। समय-समय पर यहां प्रशासनिक अधिकारियो का आवागमन रहता है। फिर भी यहां की दुर्व्यवस्था किसी को नजर क्यों नहीं आती। अधिशासी अभियंता हो या उपखंड अधिकारी या फिर बिल काउंटर प्रत्येक भवन मात्रा रंगाई पुताई के भरोसे चल रहा है।भवन की छत दीवाल कभी भी किसी को चोटिल कर सकता है। जिसके कारण बिजली विभाग फिर से एक विवाद के घेरे में आ सकता हैं।जबकि यहां के अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने बताया कि विभाग के उच्च अधिकारियों को यहां की दुर्दशा के विषय में मौखिक और लिखित तौर पर जानकारी दे दिया गया है। परंतु अभी तक मात्र आश्वासन मिला ह ओटीएस के चलते इस समय पब्लिक का भी आवागमन बढ़ गया है दूसरी तरफ देखा जाए तो 33/11 विद्युत उपकेंद्र का भी स्थिति ठीक नहीं है। बाउंड्री करण न होने के कारण आए दिन डर बना रहता है कि कोई जानवर या कोई बच्चा ना आ जाए ऐसे में उनको भारी नुकसान का सामना करना पड़ सकता है। जिले में ऐसे जर्जर स्थिति में गोठाव उपकेंद्र सहित कई और 33/11 का उपकेंद्र है।जहां की स्थिति काफी खराब चल रहा है।
डीआरएस न्यूज़ नेटवर्क
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