बहराइच। रिपोर्ट फिरदौस आलम:मेडिकल कॉलेज में 65 लाख रुपये की लागत से लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन (एलएमओ) प्लांट का निर्माण हो रहा है। बीते शनिवार को मशीनें व टैंक आ गए है। इस माह के अंत तक यह प्लांट बनकर तैयार हो जाएगा।इससे मेडिकल कॉलेज के सभी बेड पर पाइपलाइन के जरिए ऑक्सीजन मिल सकेगी।
प्लांट की ऑक्सीजन की शुद्धता भी सौ प्रतिशत रहने का दावा किया जा रहा है। कार्यदायी संस्था एनाक्स प्राइवेट लिमिटेड की ओर से तेजी से निर्माण कार्य कराया जा रहा है। 20 किलोलीटर क्षमता वाले इस प्लांट के लगने के बाद बेडों पर ऑक्सीजन पहुंचाने के लिए पाइपलाइन बिछाई जाएगी।
40 लाख आबादी वाले जिले के मेडिकल कॉलेज में बहराइच के साथ ही गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती के अलावा पड़ोसी देश नेपाल के बड़ी संख्या में मरीज आते हैं। वर्तमान में जिले में डेंगू तथा वायरल बुखार का प्रकोप चल रहा है, जिससे हर रोज दो से ढाई हजार मरीज पहुंचते हैं। इसमें तमाम मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है। इसके लिए शासन की ओर से मेडिकल कॉलेज में पांच ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए गए थे, जिससे ऑक्सीजन की कमी दूर हुई।
अब मेडिकल कॉलेज में एलएमओ प्लांट स्थापित किया जा रहा है। इस प्लांट में लिक्विड ऑक्सीजन स्टोर की जाएगी। शनिवार को मशीनें व टैंक पहुंच गया है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन इसी महीने के अंत तक प्लांट बनकर तैयार होने की बात कह रहा है। अभी 300 बेडों पर हो रही सप्लाई
550 बेड वाले मेडिकल कॉलेज में अभी सिर्फ सिर्फ 300 बेडों पर ऑक्सीजन की सप्लाई है। शेष बेडों पर सिलेंडर के जरिए जरूरतमंद मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जाती है। एलएमओ प्लांट बन जाने के बाद सभी बेडों पर ऑक्सीजन की सप्लाई हो सकेगी।
मंडल में सबसे ज्यादा ऑक्सीजन उत्पादन कर रहा बहराइच
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि देवीपाटन मंडल में सबसे ज्यादा 10 ऑक्सीजन प्लांट बहराइच में लगे हैं। इससे मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है। 10 ऑक्सीजन प्लांटों में से पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर और पांच मेडिकल कॉलेज में स्थापित हैं, जो सभी क्रियाशील हैं।
मेडिकल कॉलेज में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट तैयार किया जा रहा है। मशीनें व एलएमओ टैंक पहुंच गया है। निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। प्लांट बनने के बाद हर बेड पर ऑक्सीजन की सप्लाई दी जाएगी।
डीआरएस न्यूज नेटवर्क बहराइच
40 लाख आबादी वाले जिले के मेडिकल कॉलेज में बहराइच के साथ ही गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती के अलावा पड़ोसी देश नेपाल के बड़ी संख्या में मरीज आते हैं। वर्तमान में जिले में डेंगू तथा वायरल बुखार का प्रकोप चल रहा है, जिससे हर रोज दो से ढाई हजार मरीज पहुंचते हैं। इसमें तमाम मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है। इसके लिए शासन की ओर से मेडिकल कॉलेज में पांच ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किए गए थे, जिससे ऑक्सीजन की कमी दूर हुई।
अब मेडिकल कॉलेज में एलएमओ प्लांट स्थापित किया जा रहा है। इस प्लांट में लिक्विड ऑक्सीजन स्टोर की जाएगी। शनिवार को मशीनें व टैंक पहुंच गया है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन इसी महीने के अंत तक प्लांट बनकर तैयार होने की बात कह रहा है। अभी 300 बेडों पर हो रही सप्लाई
550 बेड वाले मेडिकल कॉलेज में अभी सिर्फ सिर्फ 300 बेडों पर ऑक्सीजन की सप्लाई है। शेष बेडों पर सिलेंडर के जरिए जरूरतमंद मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जाती है। एलएमओ प्लांट बन जाने के बाद सभी बेडों पर ऑक्सीजन की सप्लाई हो सकेगी।
मंडल में सबसे ज्यादा ऑक्सीजन उत्पादन कर रहा बहराइच
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि देवीपाटन मंडल में सबसे ज्यादा 10 ऑक्सीजन प्लांट बहराइच में लगे हैं। इससे मरीजों को ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है। 10 ऑक्सीजन प्लांटों में से पांच सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर और पांच मेडिकल कॉलेज में स्थापित हैं, जो सभी क्रियाशील हैं।
मेडिकल कॉलेज में लिक्विड मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट तैयार किया जा रहा है। मशीनें व एलएमओ टैंक पहुंच गया है। निर्माण कार्य तेजी से चल रहा है। प्लांट बनने के बाद हर बेड पर ऑक्सीजन की सप्लाई दी जाएगी।
डीआरएस न्यूज नेटवर्क बहराइच
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